जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । सिक्किम से सटे डोकलाम में भले ही करीब दो महीने से भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने डटी हैं, लेकिन इस तनाव के बीच भी पीएम नरेंद्र मोदी अगले महीने चीन के दौरे पर होंगे। वह चीन में 3 से 5 सितंबर के बीच आयोजित होने वाले ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने के लिए जाएंगे। विदेश मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स संगठन में शामिल हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चीन के साथ डोकलाम में जारी गतिरोध बेहद संवेदनशील मुद्दा है और इस पर हर बात मीडिया से साझा नहीं की जा सकती।
इसके अलावा चीनी के सरकारी मीडिया की ओर से भारत का मजाक बनाने वाले विडियो पर विदेश मंत्रालय ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, ‘इस पर टिप्पणी करके मैं उस विडियो को महत्व नहीं देना चाहता।’ 15 अगस्त के मौके पर लद्दाख में चीन और भारत की सेना के बीच झड़प के बारे में रवीश कुमार ने कहा कि इस घटना के बाद सेना के अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी।
उन्होंने कहा कि मैं इस बात की पुष्टि नहीं कर सकता कि वहां पत्थरबाजी हुई थी या फिर रॉड्स का इस्तेमाल किया गया था। यह जरूर कह सकते हैं कि वहां कुछ घटना हुई थी। ब्रह्मपुत्र नदी के हाइड्रोलॉजिकल डेटा को चीन द्वारा साझा न किए जाने पर उन्होंने कहा कि इस साल हमें यह नहीं मिला है, लेकिन इसे मौजूदा विवाद से जोड़कर नहीं देखा जा सकता।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका की ओर से हिज्बुल मुजाहिदीन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित करने का हम स्वागत करते हैं। इससे पता चलता है कि भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से साथ काम करने की दिशा में बढ़ रहे हैं।