नई दिल्ली। वोट डालने के लिए मतदाताओं को मतदान केंद्र तक जाने की जरुरत नहीं होगी। आप अपने घर बैठे कंप्यूटर से या अपने मोबाइल फोन के जरिए
चुनाव में वोट डाल सकेंगे। चुनाव आयोग इसकी तैयारी में जुटा हुआ है और जल्द ही इसे अंजाम दिया जाएगा। केंद्र सरकार लोगों को सुविधाएं मुहैया
कराने के लिए बड़े पैमाने पर आधार कार्ड का इस्तेमाल करने जा रही है। इसी नीति के तहत चुनाव प्रक्रिया को ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने की
योजना पर चुनाव आयोग ने काम करना शुरु कर दिया है। केंद्र सरकार जीवन के हर क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक इस्तेमाल को बढ़ावा
देना चाहती है। प्रायोगिक तौर पर चुनाव आयोग बिहार विधानसभा के चुनाव से इस योजना को शुरु करने जा रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव में चुनिदा चुनाव क्षेत्रों में मतदाता पहचान पत्र को आधार से जोड़ दिया जाएगा। इससे फर्जी मतदाता पहचान पत्रों की पहचान करना आसान हो जाएगा। इससे फर्जी मतदान को भी खत्म किया जा सकेगा।
आयोग की तैयारी है कि 2०19 लोकसभा चुनाव से पहले सारे मतदाता पहचान पत्रों को आधार से जोड़ दिया जाय। मतदाता पहचान पत्र को आधार
से जोड़ने के लिए आयोग अभियान चलाएगा। इसके बाद इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा। वही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर पाएंगे जिनका मतदाता पहचान पत्र आधार से जुड़ा होगा। एक बार यह काम पूरा हो जाएगा तो आयोग ऑन लाइन वोटिग की सुविधा शुरु करेगा। शुरुआती दौर में इस योजना को पहले डाक मतपत्रों से शुरु किया जाएगा। जिन मतदाताओं को डाक के जरिए मतदान की सुविधा मिलती है उन्हें रजिस्ट्रेशन कराना होगा और उसके बाद एक पासवर्ड मिलेगा। जिसके जरिए वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर पाएंगे। पोस्टल बैलेट के बाद आम मतदाताओं को भी यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी। फिर मतदाता अपने घर या कार्यालय से वोट दे पाएंगे। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आयोग 2०19 के लोकसभा चुनाव तक यहसुविधा दे पाएगा या नहीं। लेकिन इस दिशा में जल्द ही बड़े पैमाने पर काम शुरु होगा।