जनजीवन ब्यूरो / पंचकुला/चंडीगढ़ । धारा 144 को धता बताते हुए डेरा सच्चा सौदा के लाखों समर्थक पंचकुला पहुंचने पर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि क्यों ना हरियाणा के डीजीपी को सस्पेंड कर दिया जाए। हाईकोर्ट ने सवाल किया है कि धारा 144 के बावजूद कैसे इकट्ठा हुए 6-7 लाख लोग।
25 अगस्त को गुरमीत राम रहीम सिंह पर केंद्रीय अन्वेष्ण ब्यूरो (CBI) की विशेष अदालत अपना फैसला सुनाएगी। राम रहीम पर साध्वी के साथ बलात्कार करने का आरोप है। डेरा समर्थकों की हिंसा की आशंका को देखते हुए चंडीगढ़ और पंचकुला के सभी स्कूल, कॉलेज, दुकान और अन्य व्यवसाय बंद करने का आदेश दिया गया है । अर्धसैनिक बल की लगभग 10 कंपनियां, चंडीगढ़ पहुंच चुकी है और पूरे चंडीगढ़ शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
जानिए अबतक का हाल
मोबाइल पर वाट्सएप, सोशल मीडिया बंद।
विवादित इलाकों में अगले 72 घंटे के लिए मोबाइल सेवा निलंबित कर दी गई है।
हरियाणा सरकार के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने कहा- डेरा समर्थकों पर धारा 144 लागू नहीं।
समर्थकों ने कहा- हम उनका समर्थन करते हैं। फैसले आने तक हम शांत रहेंगे।
राम रहीन की एक समर्थक ने कहा कि – हमारे गुरु कभी गलत नहीं कर सकते।
पंजाब के लुधियाना में एसीपी जी सिंह ने अपील की है कि शांति बनाए रखें।
राम रहीम ने कहा- समर्थक शांति बनाए रखें।
राम रहीम ने कहा- हमने सदा कानून का सम्मान किया है।
राम रहीम ने फेसबुक पोस्ट में कहा- कानून का पालन करते हुए हम कोर्ट जरूर जाएँगे।
गुरुमीत राम रहीम बलात्कार के मामले में फैसले से पहले पंजाब के फरीदकोट में सुरक्षा कड़ी।
कंपनियों में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के छह, 2 इंडो-तिब्बती सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों में भी महिलाएं शामिल है।
इस बीच, डेरा प्रमुख के खिलाफ बलात्कार के मामले में आगामी फैसले को देखते हुए कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए चंडीगढ़ में 6,000 से अधिक जवान तैनात किए गए। सभी 18 डीएसपी, 17 एसएचओ और छह आईपीपीएस के साथ, पंजाब के डीजीपी ताजेंद्र सिंह लूथरा और डीआईजी डॉ. ओ पी मिश्रा समेत सभी अगले दो दिनों के लिए ड्यूटी पर बने रहेंगे।