जनजीवन ब्यूरो / चंडीगढ़ । डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर रेप मामले में 25 अगस्त को फैसला आएगा लेकिन पंजाब और हरियाणा में स्थिति विस्फोटक बन गई है। विस्फोटक हालात को देखते हुए हाई कोर्ट ने हरियाणा व पंजाब सरकार को कड़ी नसीहत दी है। दोनों राज्यों में शांति-व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए हाई कोर्ट ने आज कहा कि जाट आंदोलन जैसी हिंसा किसी भी सूरत में दोहराए नहीं जाने चाहिए। हाई कोर्ट इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। सरकार ने भी ऐहतियात बरतते हुए पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 72 घंटों के लिए मोबाइल इंटरनेट और अन्य डेटा सर्विस पर रोक लगा दी है। सेना को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही ड्रोन्स के जरिए निगरानी की जा रही है।
गुरुवार को कोर्ट में पंचकूला के पुलिस कमिश्नर ए. एस. चावला और आई जी ममता सिंह भी पहुंचे। कोर्ट ने पूछा कि जब पंजाब चुनाव में 500 कंपनियां तैनात थीं तो इस वक्त सिर्फ 75 कंपनियों ही क्यों तैनात की गईं? अदालत ने केंद्र सरकार को ज्यादा फोर्स की तैनाती के भी निर्देश दिए। कोर्ट ने यह भी कहा कि जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो वह सेना को निर्देश देगा। कोर्ट ने पूछा कि अगर धारा 144 लगी है तो शहर में हजारों लोग कैसे पहुंच गए?