जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाली तीन एजेसियों के प्रमुखों की नियुक्तियां अगले कुछ दिनों में हो जाने का भरोसा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दिया है। माना जा रहा है कि सरकार के इस कदम से मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की मुंह बंद हो जाएगा। शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में विश्वास के संकट को दूर किया है। उन्होंने कहा कि देश की कैबिनेट को प्रधानमंत्री पर भरोसा नहीं था और प्रधानमंत्री को ब्यूरोक्रेसी को भरोसा नहीं था, भरोसे के उस संकट को हमने दूर किया। सरकार विजेबल है जबकि पहले सरकार को ढूंढना पडता था।
भ्रष्टाचार को सामने लाने वाली एजेंसियों के प्रमुखों के पद खाली रहने के सवाल के पर शाह ने कहा कि सीआईसी, सीवीसी और लोकपाल के प्रमुखों की सूची उच्चतम न्यायालय को सौंप दी गई है और जल्द ही यह समस्या समाप्त कर दी जाएगी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में जब बाढ आती है, तो कुछ ही देर में सरकार, प्रधानमंत्री व मंत्री वहां दिखते हैं. ऐसा ही नेपाल संकट में होता है। तमिलनाडु में मछुआरों के मामले में भी यही होता है. अफगानिस्तान में ईसाई पादरी का अपहरण होता है, तो सरकार उन्हें मुक्त करा कर वापस लाती है। अमित शाह ने कहा कि यह सरकार प्रो एक्टिव सरकार है।
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री कार्यालय की गरिमा को पुनर्स्थापित किया है। दस साल तक हर मंत्रालय का मंत्री अपने मंत्रालय का प्रधानमंत्री होता था और प्रधामनंत्री को कोई समझता नहीं था। उन्होंने कहा कि 150 मंत्री समूह खत्म किये गये। मंत्रियों को काम करने की स्वतंत्रता दी गयी। प्रधानमंत्री कार्यालय का गौरव नरेंद्र मोदी ने लौटाया है।
मोदी के नेतृत्व में जब भाजपा जनादेश मांगने गयी थी, तो हमने वचन दिया था कि हम भ्रष्टाचार को मिटा देंगे। एक साल में हमारे विरोधी भी हम पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकते हैं। यह मोदी सरकार की बहुत बडी उपलब्धि है। 219 खदानों की सुप्रीम कोर्ट ने नीलामी रद्द कर दी थी और 1.59 लाख के नुकसान का अंदाज गलत था। उन्होंने कहा कि सिर्फ 20 खदान नीलामी से दो लाख रुपये आए। स्पेक्ट्रम नीलामी से देश के खजाने में काफी पैसा आया है।
आज एक साल बाद मैं कांग्रेस के नेताओं से मांग करता हूं कि शून्य लॉस वाले थ्योरी को देश के सामने स्थापित करें। तथ्य को तोड़ मरोड़ कर देश के सामने रखने की सीमाएं होती हैं। कालेधन पर बार-बार भारतीय जनता पार्टी पर कांग्रेस के नेता निशाना लगाते हैं। मैं कहता हूं कि 68 साल की आजादी में 60 साल उसका राज रहा, उसने काला धन के लिए क्या किया। सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर आ गया था, उसके बावजूद कांग्रेस की सरकार ने एसआइटी बनाने का काम नहीं किया। मोदी सरकार बनने के बाद पहले ही कैबिनेट में एसआइटी गठन का निर्णय लिया।
अमित शाह ने कहा कि मैं स्पष्ट कर दूं जो लोग विदेशी एकाउंट के नाम सार्वजनिक करवाना चाहते हैं, वे काला धन अर्थव्यवस्था के हितैषी नहीं हैं। संधि के अनुसार अगर हमने नाम सार्वजनिक कर दिया तो फिर से हमें नाम नहीं मिलेगा। क्या नाम उजागर करने की मांग करने वाले चाहते हैं कि जिनकी सूचना नहीं आयी है वे उनको बचाना चाहते हैं। कानून बनने के बाद मैं गारंटी से कह सकता हूं कि फूटी कौडी भी बाहर जाने का रास्ता बंद हो गया है।
टीम इंडिया की एक परिकल्पना मोदी जी ने देश के सामने रखा। इसमें पीएम व राज्य के मुख्यमंत्री शामिल हैं। पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने यह सिद्धांत रखा है और उसे चरितार्थ करने का काम किया है।
मोदी सरकार के पहले सालगिरह के मौके पर अमित शाह ने कहा कि मौजूदा सरकार ने देश की जीडीपी को 7.5 फीसदी तक पहुंचाया है। लेकिन कांग्रेस जब भी सत्ता में आती है तो विकास दर गिरती है। पिछले एक साल में सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई दाग नहीं लगा। सिर्फ 20 खदानों की नीलामी से सरकारी खजाने में 20 लाख करोड़ रुपये आए। सरकार के शासन में महंगाई घटी है और विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा है।