जनजीवन ब्यूरो / शिएमेन (चीन) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बातचीत में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल करते हुए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अपनी एक और बात मनवा ली।
इस मुलाकात के बाद विदेश सचिव एस जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पीएम और चीनी राष्ट्रपति के मुलाकात एक घंटे से ज्यादा चली। दोनों नेताओं के बीच इस पर सहमति बनी कि आगे से डोकलाम जैसी स्थिति पैदा ना हो। विदेश मंत्रालय ने बताया कि चर्चा बहुत रचनात्मक थी। विवादों को बातचीत के जरिए सुलझाने पर सहमति बनी है। मतभेदों को विवाद नहीं बनने दिया जाएगा। बॉर्डर पर शांति की बातचीत हुई। रक्षा और सुरक्षा पर आपसी सहयोग की सहमति बनी।स मुलाकात के दौरान जिनपिंग ने पीएम मोदी से कहा कि चीन भारत के साथ पंचशील के पांच सिद्धांतों के तहत काम करने के लिए तैयार है। भारत और चीन एक दूसरे के पड़ोसी हैं। दोनों दुनिया की सबसे बड़ी और बढ़ती हुई अर्थव्यव्स्थाएं हैं।डोकलाम गतिरोध समाप्त होने के बाद यह पहला मौका है जब पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक दूसरे से मुलाकात की।गौरतलब है कि इससे पहले ब्रिक्स के पांचों सदस्य देशों के शीर्ष नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद जारी घोषणापत्र में पहली बार पाकिस्तान के सहयोग से फल फूल रहे आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद का नाम दुनिया के अन्य खूंखार आंतकी संगठनों के साथ जोड़ा गया है।