जनजीवन ब्यूरो
आइजल । भाजपा नेताओं के निंदा के बाद केंद्रीय गृहराज्यमंत्री किरण रिजिजू बीफ पर बैन के अपने बयान से पलट गए हैं। उन्होंने कहा है कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया । सबकी भावना का सम्मान करना चाहिए । मैंने कहा था कि सभी धर्मों के खाने-पीने के तरीकों का सम्मान करना चाहिए। मैं उस बयान से खुद को अलग करता हूं। इस बीच, भाजपा के दो सांसद महंत आदित्यनाथ और साक्षी महाराज ने रिजिजू के बयान का विरोध किया है।
गौरतलब है कि अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के बीफ खाने वालों को पाकिस्तान जाने की सलाह वाले बयान पर रिजिजू ने कहा था कि वह भी बीफ खाते हैं और उन्हें ऐसा करने से कोई नहीं रोक सकता।
नकवी के बयान पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में रिजिजू ने कहा, “मैं बीफ खाता हूं और अरुणाचल प्रदेश से हूं, क्या कोई मुझे ऐसा करने से रोक सकता है? आप किसी को ऐसा करने से रोक नहीं सकते। ये एक लोकतांत्रिक देश है और कई बार ऐसे बयान आते हैं जिन्हें अच्छा नहीं कहा जा सकता।” रिजिजू ने आगे कहा, “अगर मिजोरम का कोई ईसाई यह कहता है कि यह जीसस की भूमि है तो इससे पंजाब और हरियाणा में किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। हमें हर जगह के लोगों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।”
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा, “महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश हिंदू बहुल राज्य हैं और वहां की सरकारें अगर उनके हिसाब से कानून बनाती हैं तो उन्हें ऐसा करने का हक है, लेकिन हमारे क्षेत्र में भी लोगों की भावनाओं का ध्यान रखा जाना चाहिए। हमें भी अपने ढंग से जीने का हक मिलना चाहिए। इस देश में कई धर्म और मत हैं, लेकिन हमें एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। किसी पर भी अपने विचार थोपना सही नहीं है।”
मुख्तार अब्बास नकवी ने पिछले शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि अगर कुछ लोग बीफ खाने के लिए मरे जा रहे हैं तो यहां उन्हें यह नहीं मिलेगा। वे पाकिस्तान, किसी अरब देश या दुनिया के अन्य किसी भी हिस्से में जाकर बीफ खा सकते हैं। इस बीच, बीजेपी नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी नकवी के बयान से किनारा कर लिया है। उन्होंने कहा कि नकवी का बयान पार्टी या सरकार का पक्ष नहीं है।