जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । अमेरिकी राजनीति में पांच भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक अपना पताका फहरा रहे हैं। ये भारतीय मूल के लोग अमेरिका नई दिशा देने वाले शीर्ष 50 लोगों की सूची में शामिल हैं। अमेरिकी पत्रिका पॉलिटिको की इस सूची में पहले स्थान पर व्हाइट हाउस के पूर्व प्रमुख रणनीतिकार स्टीव बैनन हैं।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली शीर्ष पर हैं जबकि ट्रंप प्रशासन में शीर्ष स्वास्थ्य सेवा एजेंसी की प्रमुख सीमा वर्मा, वकील नील कत्याल, अर्थशास्त्री अर्पणा माथुर और वकील नियोमी राव का नाम भी इसमें शामिल है। निक्की हेली को 22वां स्थान, सीमा वर्मा को 26वां, अपर्णा माथुर को 32वां, नील कात्याल को 40वां और नियोमी राव को 42वां स्थान मिला है। इन सभी को अमेरिकी राजनीति में बेहतर योगदान के लिए सूची में स्थान दिया गया है।
मैगजीन ने हेली को ‘ट्रंप की विदेश नीति की अच्छी रक्षक’ बताते हुए कहा कि दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर बहुत ही कम समय में वैश्विक मामलों में एक सुरक्षा कवच के रूप में साबित हुई हैं। मैगजीन के अनुसार व्हाइट हाउस के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने के अलावा हेली का ध्यान मानवाधिकार पर भी रहता है।
जानिए पताका पहराने वाले भारतीय को
निक्की हेली –
निकी का जन्म 20 जनवरी, 1972 को अमेरिका के कैरोलिना में हुआ। भारतीय अमेरिकी सिख परिवार की निक्की संयुक्त राष्ट्र में मौजूदा अमेरिकी राजदूत हैं। वह जनवरी 2011 से जनवरी 2017 तक दक्षिण कैरोलिना की गवर्नर रहीं। इस पद पर रहने वाली वह पहली महिला हैं और बॉबी जिंदल के बाद दूसरी भारतीय अमेरिकी हैं। 2016 में टाइम पत्रिका ने उन्हें सौ प्रभावशाली अमेरिकियों की सूची में स्थान दिया था। उन्हें ट्रंप प्रशासन में वैश्विक और विदेश मामलों की अच्छी जानकार माना जाता है।
सीमा वर्मा –
सीमा ट्रंप प्रशासन के अधीन चलने वाले सेंटर फॉर मेडिकेयर एंड मेडिकेड सर्विसेज की प्रमुख हैं। उनके अधीन 6500 कर्मी हैं। यह एक लाख करोड़ डॉलर की एजेंसी है, जो अमेरिका में चल रहे विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की निगरानी करती है। सीमा को पॉलिटिको ने मेडिकेड रोलबैक इंजीनियर नाम दिया है। उन्होंने अमेरिका में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं पर कार्य किया।
अपर्णा माथुर –
अपर्णा अमेरिकन इंटरप्राइज इंस्टीट्यूट में अर्थशास्त्री हैं। 2018 के अमेरिकी बजट में सवेतन जेंडर-न्यूट्रल अवकाश के लिए रकम आवंटित हुई। उन्होंने इसके लिए शोध किया था। उनके शोध अमेरिकी मीडिया और कांग्रेस में छाए रहते हैं।
नील कात्याल –
शिकागो में जन्मे नील पेशे से वकील हैं और मल्टीनेशनल लॉ फर्म होगन लॉवेल में साझेदार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चुनिंदा मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाने वाले आदेश पर रोक लगवाने में इन्हीं का प्रमुख योगदान था।
नियोमी राव –
नियोमी अमेरिकी वकील और ऑफिस ऑफ द इंफॉर्मेशन एंड रेग्यूलेटरी अफेयर्स की प्रमुख हैं। ट्रंप की कई अमेरिकी नीतियों को लागू कराने में इनका प्रमुख योगदान है।