जनजीवन ब्यूरो / पटना । कभी कोसी की बाढ़ पर नरेंद्र मोदी की मदद को लौटाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तेवर बदले हुए हैं। गुरुवार को गुजरात सरकार की तरफ से नीतीश कुमार को 5 करोड़ रुपये का चेक सौंपा गया। गुजरात सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बिहार में भयंकर बाढ़ के बाद गुजरात की तरफ से मदद के रूप में नीतीश कुमार को यह चेक दिया है।
गुजरात के मंत्री ने सीएम राहत कोष में यह चेक जमा कराया है। चेक लेते हुए जो तस्वीर सामने आई है, वह काफी दिलचस्प है। इस तस्वीर में नीतीश और गुजरात सरकार के मंत्री के अलावा जेडीयू नेता केसी त्यागी और बिहार के डेप्युटी सीएम सुशील कुमार मोदी भी नजर आ रहे हैं।
साल 2008 में बिहार में कोसी नदी का बांध टूट जाने की वजह से भारी तबाही हुई थी। उस वक्त नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। गुजरात सरकार ने आपदा राहत के तौर पर बिहार के लिए 5 करोड़ की मदद भेजी थी। लेकिन 2010 में नीतीश कुमार ने इस मदद को लौटा दिया था। दरअसल पटना में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लगा दिए कि गुजरात ने बिहार को 5 करोड़ की मदद की थी।
नाराज नीतीश ने गुजरात के पैसे लौटाने के साथ ही बीजेपी नेताओं के सम्मान में मुख्यमंत्री आवास में होने वाले भोज को भी रद्द कर दिया था। यही नहीं बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान नीतीश बार-बार इस मुद्दे पर मोदी को निशाने पर लेते रहे थे। नीतीश ने इसे बिहार के स्वाभिमान से जोड़ते हुए कहा था कि बिहार को किसी से खैरात नहीं चाहिए।
कभी नरेंद्र मोदी के नाम पर एनडीए से दोस्ती तोड़ने वाले नीतीश कुमार ने हाल ही में बीजेपी की मदद से बिहार में सरकार बनाई है। तेजस्वी यादव के इस्तीफे के मुद्दे पर नीतीश ने दो साल पुराने महागठबंधन से नाता तोड़ लिया था।
नीतीश कुमार ने 26 जुलाई को लालू प्रसाद की आरजेडी और कांग्रेस का साथ छोड़कर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी तोड़ने के प्रयास किए गए थे। इसके ठीक अगले ही दिन नीतीश ने बीजेपी के सहयोग से एक बार फिर सीएम पद की शपथ ली थी। जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में एनडीए में शामिल होने का प्रस्ताव पारित हो चुका है।