जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: हाउस ऑफ मैसूर डीप परफ्यूमरी हाउस (एमडीपीएच) की ओर से धूप ब्रांड, मंथन एवं ज़ेड ब्लैक ने वरिष्ठ बॉलीवुड कलाकार, आलोक नाथ को अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। मंथन धूप ने अपना नया अभियान ‘मंथन जरूरी है’ लॉन्च किया है, जिसमें आलोक नाथ लोगों से अपनी जीवनशैली का विश्लेषण करने का आग्रह कर रहे हैं। इस पूरे अभियान का निर्माण तथा क्रियान्वयन मुंबई स्थित एडवरटाईज़िंग एजेंसी ओबेरॉय आईबीसी ने किया है।
एमडीपीच देश का तीसरा सबसे बड़ा अगरबत्ती निर्माता है। इसके पास 30 कंपनी ऑपरेटेड डिपो तथा 2700$ अधिकृत वितरक हैं और इसके उत्पाद देश में 750000 से अधिक रिटेल आउटलेट्स पर उपलब्ध हैं।
मंथन धूप के सात वैरिएंट- चंदन, गुलाब, मोगरा, गुग्गल, लोबान, गोल्ड एवं सिल्वर हैं। इन सभी उत्पादों में मोहक खुशबू और डीलक्स क्वालिटी है। मंथन धूप घर, ऑफिस और किसी अन्य कार्यस्थल पर आध्यात्मिक वातावरण का विकास करती है।
इस अवसर पर एमडीपीएच कंपनी के डायरेक्टर अंशुल अगवाल ने कहा, ‘‘एमडीपीएच देश के सर्वोच्च अगरबत्ती निर्माता के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहता है। इसलिए हमने हाल ही में भूतपूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी को ज़ेड ब्लैक के लिए अपना नेशनल ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। क्षेत्रीय बाजारों में पश्चिम के लिए हमारे पास भाग्यश्री तथा पूर्वी भारत के लिए ओडिशा की सुपरस्टार बरशा प्रियदर्शिनी हैं। उत्तर भारत में हमारा ब्रांड मंथन बहुत लोकप्रिय है। अपने ब्रांड की प्रपोज़िशन को और ज्यादा मजबूत करने के लिए हम देश के सबसे ज्यादा संस्कारी पुरुष, आलोकनाथ को अपने चेहरे के रूप में लेकर आए हैं। 2500 करोड़ के नियोजित अगरबत्ती सेक्टर में प्रमुख कंपनी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम इंदौर (म.प्र.) में अपनी अत्याधुनिक फैक्ट्री की स्थापना कर रहे हैं। यह 2 लाख वर्गफीट में फैली होगी और जनवरी, 2018 से काम करना प्रारंभ कर देगी। इससे हमारी उत्पादन क्षमता में 40 प्रतिशत की वृद्धि होगी और म. प्र. में 600 लोगों को रोजगार मिलेगा।’’
मंथन धूप के ब्रांड एम्बेसडर, आलोक नाथ ने कहा, ‘‘आज एक ही घर में रहते हुए भी परिवार एक दूसरे से बहुत दूर और अलग हो गए हैं। यह मोबाईल फोन के जरूरत से ज्यादा प्रयोग की वजह से हुआ है। आज के परिवार जिस स्वतंत्र जीवन को बढ़ावा दे रहे हैं, वो अच्छा नहीं है। मैं अपने टीवीसी में दिखाई गई टैगलाईन, ‘‘मंथन जरूरी है’’ में गहरा विश्वास रखता हूं। इसका मतलब है कि काम और घर में अपने प्रियजनों के साथ बिताए समय में सही सामंजस्य बहुत जरूरी है। जब यह उचित सामंजस्य होगा, तभी आप जीवन में सुकून और प्रसन्नता पा सकेंगे।’’
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर आनंद ओबेरॉय, ने कहा, ‘‘चूंकि जीवन बहुत तेजी से आगे बढ़ता है, हम धीरे धीरे खुशी के मूल को भूलते जा रहे हैं। ड्राईंग रुम में बैठकर परिवार से बातचीत या सहयोग करने वाले माता-पिता तथा परिवार के साथ मिलना जुलना कहां खो गए हैं। इस बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए मंथन धूप अपने नए अभियान, ‘मंथन जरूरी है’ के द्वारा लोगों से आग्रह कर रही है कि वो अपने अंदर झांकें और अपनी जीवनशैली का विश्लेषण करें। इसमें आलोक नाथ तीन टीवीसी स्पॉट्स में दिखेंगे। यह अभियान मेनलाईन मीडिया और डिजिटल मीडिया, दोनों में ही प्रसारित किया जाएगा।’’