जनजीवन ब्यूरो / गुरुग्राम/ नोएडा : गुरुग्राम स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के प्रद्यूमन की हत्या की आग आज नोएडा ब्रांच तक पहुंच गई है. पैरेंट्स अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल मैनेजमेंट से बात करने पहुंचे हैं. हालांकि, यहां भी स्कूल मैनेजमेंट पैरेंट्स से बातचीत नहीं कर रहा है. गुस्साए लोगों ने मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी की. उधर गुरुग्राम में रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे की हत्या के मामले में ग्रुप के नॉर्थ जोन हेड फ्रांसिस थॉमस और भोंडसी स्थित स्कूल कोऑर्डिनेटर को अरेस्ट कर लिया गया.
स्कूल प्रबंधन द्वारा पुलिस को जानकारी दी गई. फिलहाल गेट से अभिभावकों को हटाने के लिए बातचीत की जा रही है. बता दें, गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के बच्चे का मर्डर हो गया था. बच्चे की बॉडी स्कूल के टॉयलेट में मिली थी. उसका गला धारदार हथियार से रेता गया था. बच्चा दूसरी क्लास में पढ़ता था.
स्कूल में करीब 1200 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं. स्कूल में सुरक्षा के क्या मानक हैं, सीसीटीवी कैमरे के अलावा कंडक्टर व बसों के ड्राइवर व अन्य सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम है, साथ ही यह जानने की कि हमारा बच्चा यहां सुरक्षित है या नहीं. इसको लेकर यहां सुबह 9 बजे पहुंचे थे. लेकिन, मैनजमेंट की ओर से किसी भी तरह का जवाब नहीं मिल रहा है.
नारेबाजी के बीच स्कूल के गेट पर पैरेंट्स खड़े है. यही हाल रहा तो जल्द ही गुरूग्राम की स्थिति हो सकती है. गेट तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. भारी पुलिस बल भी मौजूद है. हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पैरेंट्स से बातचीत की जा रही है. जल्द ही कुछ हल निकलेगा.
स्कूल के सीसीटीवी कैमरे खराब थे- SIT
बच्चे के मर्डर के बाद गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने कहा कि स्कूल में खराब CCTV लगे थे. SIT ने कहा, “स्कूल में सभी जगह CCTV कैमरे नहीं लगे थे और ये खराब भी थे. स्कूल की बाउंड्री वाल भी टूटी हुई थी.” इससे पहले बच्चे के पिता ने सीबीआई जांच की मांग की. उधर, हरियाणा सरकार ने कहा कि किसी भी तरह की जांच के लिए हम तैयार हैं.
वहीं पूरे मामले की जांच से प्रद्युम्न के पिता संतुष्ट नहीं हैं और उन्होंने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है. वो सर्वोच्च न्यायालय जाकर स्कूल के मालिकों से पूछताछ की मांग करेंगे. इस बीच खबर है कि हरियाणा पुलिस ने एक जांच दल मुंबई भेजा है जो वहां मौजूद स्कूल के मालिक से पूछताछ करेगा.
मामले की जांच कर रही एसआईटी ने पूछताछ के लिए स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल को बुलाया था लेकिन खबर है कि उनकी तबीयत खराब हो गई है वहीं एसआईटी अब स्कूल की तीन शिक्षिकाओं से भी पूछताछ करेगी. इससे हत्याकांड का राजफाश होने की उम्मीद है. प्रद्युम्न के माता-पिता आरोपी बनाए गए हेल्पर अशोक को मोहरा बनाने की बात कर रहे हैं.
प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर व मां ज्योति घटना के दिन से ही यह कह रहे हैं कि उनके बेटे की हत्या एक प्लान के तहत की गई. बच्चे ने ऐसा किसी स्कूल स्टाफ को गलत हरकत करते हुए देख लिया था, उसके बाद प्लान बना उसकी हत्या की गई. कत्ल के आरोप में पकड़ा गया हेल्पर मोहरा है. सोमवार को मामले की जांच कर रही एसआईटी तीनों से संदिग्ध शिक्षिकाओं से अलग-अलग पूछताछ करेगी.
-वारदात के बाद साक्ष्य मिटाने का काम किया.
-बच्चों से ही बरामदे का खून साफ कराया.
-हेल्पर अशोक द्वारा हत्या का पता होने पर उसे पुलिस को सौंपने में देर की.
-हत्या में प्रयुक्त चाकू भी धो दिया, ताकि कातिल के प्रिंगर प्रिंट न मिलें.
-हत्या को पहले ब्लू व्हेल गेम से जोड़ गुमराह करने का प्रयास किया.
मां ने विरोध किया तो शिक्षिका ने बदला बयान
छात्र की मां ज्योति ठाकुर ने जब-जब इस बात का विरोध किया कि उसका बच्चा मोबाइल से दूर रहता था. तब अध्यापिका के सुर बदले. ज्योति का कहना है कि महिला शिक्षिका ने इसके बाद भी कई अभिभावकों को यही बताया कि लगता है बच्चे ने गेम के चक्कर में खुद को मार लिया.
सीबीआई जांच की मांग करने पर बरसाई लाठियां
उधर पुलिस ने स्कूल प्रबंधन पर नकेल कसने की बजाय पुलिस ने रविवार को प्रद्युम्न हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराने की मांग करने अभिभावकों व अन्य लोगों पर जमकर लाठियां बरसाईं. इसमें 29 लोग जख्मी हुए हैं.
मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव को पुलिस ने लाठियां तो मारी ही, लात चलाने से भी पीछे नहीं रहे. 29 घायल लोगों में नौ मीडियाकर्मी भी हैं. कई कैमरे तोड़ दिए गए. शराब दुकान फूंक दीगुस्साए लोगों ने स्कूल से 30 कदम की दूरी पर स्थित शराब दुकान को आग के हवाले कर दिया.
उधर हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने रविवार सुबह स्कूल की मान्यता 1200 बच्चों के भविष्य को देखते हुए रद्द नहीं होगी. सरकार सीबीआई जांच के विकल्प से इनकार नहीं कर रही है.
जांच में सहयोग करेंगे”जो कुछ हुआ नहीं होना चाहिए था. देश भर में लाखों छात्रों को पढ़ाने वाले एक विश्वसनीय शैक्षणिक संस्था के रूप में हमारी चार दशक पुरानी प्रतिष्ठा है. हम जांच में सहयोग करेंगे.”-रेयान पिंटो, सीईओ, रेयान ग्रुप