जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा नाम से नई पार्टी बनाने वाले जीतन राम मांझी ने आज अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की। माना जा रहा है कि भाजपा दलित वोट को लेकर मांझी के साथ गठबंधन कर सकती है। मांझी इससे पहले राजनाथ सिंह, अमित शाह और पीएम मोदी से मिल चुके हैं।
प्रधानमंत्री से मुलाक़ात के बाद मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार को छोड़कर किसी भी दल से गठबंधन कर सकते हैं। यानि जीतन राम मांझी ने अपने सभी पत्ते खोल रखे हैं। इस मुलाक़ात के लिए मांझी ने प्रधानमंत्री को समय देने के लिए धन्यवाद भी दिया और कहा कि उनकी मुलाक़ात की एकमात्र वजह बिहार में किसानों की खराब होती स्थिति है। मांझी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से बिहार में भी किसानों ने बदहाली के कारण आत्महत्या का रास्ता अख़्तियार करना शुरू कर दिया है। बिहार में धान की बिक्री में भी काफी गड़बड़ियां पाई गई हैं, जिससे किसानों को उनकी फसल की सही कीमत नहीं मिल पाई है। मांझी के अनुसार, उन्होंने इसकी जांच सीबीआई से कराने की भी मांग लगातार की है, जिसकी अनदेखी की गई।
हालांकि, कुछ दिन पहले ही मांझी और पप्पू यादव से संबंधित एक सवाल के जवाब में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने साफ़ कहा था कि बिहार में अपने विस्तार से संबंधित सभी विकल्प खुले रखे हैं।
माना जा रहा है कि भाजपा बिहार के दलित वोट को हासिल करने के लिए मांझी की पार्टी के साथ समझौता कर सकती है। भाजपा मांझी के जरिये दलित नेता के अपमान का मुद्दा उठाकर दलित वोटों के ध्रुवीकरण की पूरी कोशिश करेगी ।