जनजीवन ब्यूरो / रायपुर । सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ कौन बनेगा करोड़पति के हॉट सीट पर बैठना छत्तीसगढ़ की एक विकलांग ट्रेनी डिप्टी कलक्टर के लिए मुसीबत का सबब बन गया. बात आगे बढ़ते देख राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह को हस्तक्षेप करना पड़ा. ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के इस एपिसोड का प्रसारण 20 सितंबर को होगा.
दरअसल मुंगेली ज़िले की ट्रेनी डिप्टी कलेक्टर अनुराधा अग्रवाल का चयन ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के लिए हुआ था. भोपाल में आरंभिक ऑडिशन के बाद उन्हें शूटिंग के लिए मुंबई बुलाया गया. अनुराधा विकलांग हैं और वॉकर के सहारे चलती हैं. उनकी इच्छा थी कि इस कार्यक्रम से जीती हुई रक़म से वो अपने भाई का इलाज़ कराएं, जो किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं.
इस कार्यक्रम की शूटिंग से एक दिन पहले 20 अगस्त को अनुराधा की मां का निधन हो गया, लेकिन घर वालों की सलाह पर अनुराधा शूटिंग के लिये मुंबई रवाना हो गईं. अनुराधा इस कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठ कर अच्छी-खासी रक़म भी जीत कर लौट गईं, लेकिन लौटने के बाद उन्हें पता चला कि सरकार ने इस कार्यक्रम में भाग लेने की उन्हें अनुमति नहीं दी है.
अनुराधा के अनुसार, “मैंने कलेक्टर और संभागायुक्त के ज़रिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी थी. समय पर पत्र नहीं मिला तो कलेक्टर से छुट्टी लेकर गई.” सामान्य प्रशासन विभाग के उप सचिव ने एक पत्र लिख कर अनुराधा को बता दिया कि ‘कौन बनेगा करोड़पति’ कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति संबंधी उनके आवेदन को अमान्य कर दिया गया है.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के नेता और विधायक अमित जोगी ने राज्य की भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में शामिल होने की अनुमति प्रशासनिक अधिकारियों को बाकायदा अधिसूचना जारी कर दी जाती है, जबकि राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम जिसमें प्रदेश की क्षमता और ज्ञान का परिचय भारतीय पटल पर रखा जाता है, उससे अधिकारियों को रोका जाता है.
सोमवार को पूरे दिन अनुराधा अग्रवाल का मुद्दा छाया रहा. राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अफ़सरों को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए, तब कहीं जा कर अनुराधा के इस शो में शामिल होने की इजाज़त संबंधी औपचारिकताएं पूरी हो पाईं.
अनुराधा ने शो के नियम-क़ायदों के कारण यह तो नहीं बताया कि वे कितनी रक़म जीत कर लौटी हैं, लेकिन उन्होंने बीबीसी से बातचीत में कहा, “जितनी रक़म मैंने जीती है, उससे अपने भाई के इलाज़ में मदद कर सकूंगी.”