जनजीवन ब्यूरो /कानपुर : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज कहा कि देश अस्वच्छता के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है, जिसमें सभी लोगों को सहयोग करना होगा। राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार कानपुर आये कोविंद ने उपस्थित लोगों राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान की शपथ दिलायी।
उन्होंने कहा कि देश अस्वच्छता के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका बीड़ा उठाया है। आज हम सब इस अभियान की शुरुआत कर रहे हैं। ईरीगंज के लोगों ने जिस तरह अपने गांव को खुले में शौच से मुक्त :ओडीएफ: बनाया है, उससे लगता है कि हमारा देश अस्वच्छता पर जरूर विजय प्राप्त करेगा।
उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि इस गांव से सीख लेकर इलाके के सभी लोग सफाई पर जोर दें और गंगा को स्वच्छ करने में योगदान करें। हमने जो शपथ ली है, वह स्वच्छता से जुड़ाव को रेखांकित करती है। हम सबको गांव, शहर साफ रखने का प्रयास मिलकर करना है। यह सरकार की ही जिम्मेदारी नहीं है। यह हम सबकी जिम्मेदारी है।
कोविंद ने कहा कि लगभग 100 साल पहले महात्मा गांधी ने भी कहा था कि जब तक हम खुद झााडू बाल्टी नहीं उठाएंगे तब तक देश को साफ नहीं कर पाएंगे। अब इस लक्ष्य को प्राप्त करना उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। स्वच्छता की जड़े मजबूत हों, यह हमें सुनिश्चित करना होगा।
उन्होंने कहा कि गंदगी किसी भी समाज के लिये अभिशाप है। बहू बेटियां खुले में शौच करने जाती हैं तो बड़े बूढ़े तब तक मानसिक तनाव में होते हैं, जब तक वे लौट नहीं आती। एक सर्वे के मुताबिक साढ़े छह करोड़ लोग गंदगी के कारण मानसिक बीमारी से ग्रस्त हैं। स्वच्छता के लिये काम करना सही मायने में मानवता की सेवा है। स्वच्छता के लिये हमें सदियों पुरानी मानसिकता को बदलना होगा।
राष्ट्रपति ने अमिताभ बच्चन के स्वच्छता सम्बन्धी विग्यापन दरवाजा बंद तो बीमारी बंद का जिक्र करते हुए कहा, वह विग्यापन वाकई अच्छा लगता है। अमिताभ बच्चन मुफ्त में यह काम कर रहे हैं। यह काम एक राष्ट्रनिर्माता कर सकता है। मैं आप सबको उसी श्रेणी में रखता हूं। देश का हर नागरिक राष्ट्रनिर्माता है। हमें केवल इसके बोध की जरूरत है।
कार्यक्रम को राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय मंत्री उमा भारती तथा क्षेत्रीय सांसद मुरली मनोहर जोशी ने भी सम्बोधित किया।