जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की संभावना का संकेत देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने शुक्रवार को कहा कि आंतरिक चुनाव प्रक्रिया के जरिए पार्टी पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी अध्यक्ष बनना पसंद करेंगे। इतना ही नहीं मोइली ने इस बात के संकेत भी दिए कि राहुल अगले महीने ही कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल सकते हैं। राहुल ने हाल ही में कहा था कि अगर पार्टी उनसे कहती है तो वह अध्यक्ष बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मोइली ने मुताबिक, राहुल द्वारा पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालना कांग्रेस के लिए गेम चेंजर साबित होगा। उन्होंने कहा, ‘राहुल जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। यह पार्टी के लिए अच्छा होगा, साथ ही देश के लिए भी अच्छा होगा।’ इसके अलावा मोइली ने कहा कि कांग्रेस में हर किसी को लगता है कि इसमें (राहुल के अध्यक्ष बनने में) देरी हुई है। अब राहुल संगठन चुनाव का इंतजार कर रहे हैं। वह सिर्फ चुनाव प्रक्रिया के जरिये ही अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) का अध्यक्ष बनना चाहेंगे।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यों में आंतरिक चुनाव प्रक्रिया के इस महीने तक पूरा होने की उम्मीद है, जिसके बाद AICC स्तर पर चुनाव होंगे। जब मोइली से पूछा गया कि क्या राहुल अगले महीने तक कांग्रेस अध्यक्ष बन सकते हैं तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘शायद, हां।’ कांग्रेस की संभावनाओं को बेहतर करने के लिये क्या कुछ किये जाने की जरुरत है, यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद राहुल को एक निश्चित समय अंतराल के अंदर पार्टी के राज्य प्रभारियों को लेकर बदलाव करने चाहिए और राज्यों में संगठन की हालत को जमीनी स्तर पर बदलना चाहिए।’
मोइली ने कहा कि राहुल को हर राज्य से जुड़े मामलों का समाधान करना है, क्योंकि हर राज्य दूसरे से अलग है। ऐसे में, इसके लिये राज्यवार रणनीति की जरूरत है, न सिर्फ उन राज्यों के लिये जहां आने वाले समय में चुनाव होने हैं बल्कि 2019 के लोकसभा चुनावों के लिये भी।’ मोइली ने कहा कि राहुल का एक नया दृष्टिकोण और नया तरीका है।
कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मोइली ने कहा, ‘कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। बीजेपी की वापसी का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।’ इसके अलावा पूर्व पेट्रोलियम मिनिस्टर मोइली ने पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने के मुद्दे पर भी अपनी राय जाहिर की। उन्होंने कहा, ‘इस प्रस्ताव का विरोध नहीं किया जा सकता। भविष्य में ऐसा करने की बजाए अभी ही इस प्रस्ताव पर मुहर लगनी चाहिए।’