जनजीवन ब्यूरो /गुरुग्राम । रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के दस दिन बाद स्कूल को फिर से खोल दिया गया । स्कूल में बच्चे तो पहुंचे लेकिन हर किसी को जिस बात का अनुमान था वही हुआ। दिवंगत प्रद्युम्न की बहन निधी ने स्कूल आने से इंकार कर दिया। दरअसल प्रद्युम्न के पिता को पुलिस की थ्योरी पर भरोसा नहीं है। पुलिस ने स्कूल के अंदर हुई इस हत्या में बस के कंडक्टर अशोक को गिरफ्तार तो कर लिया है लेकिन प्रद्युम्न के पिता मानते हैं कि अशोक तो केवल एक मोहरा है। इस हत्या के असली गुनहगार कुछ और लोग हैं, जिन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है।
प्रद्युम्न के पिता ने कहा है कि वह अपनी बेटी निधी को स्कूल नहीं जाने दे सकते हैं। अभी भी हत्यारे स्कूल में मौजूद हैं और उनकी बेटी की जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी इस स्कूल में अब नहीं पढ़ेगी और हम किसी और स्कूल में उनके एडमिशन की बात कर रहे हैं।
प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने संदेह जाहिर करते हुए कहा है कि जिस तरह से आधी-अधूरी तैयारी के साथ स्कूल को फिर से खोलने का निर्णय लिया गया है उससे उनके बेटे की हत्या के साक्ष्य नष्ट होने का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि जब सीबीआई को इसकी जांच सौंपी गई है तो उससे पहले स्कूल को खोलना कहीं से भी उचित कदम नहीं है। हालांकि वरुण ठाकुर की इसी आशंका के बाद गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह ने फोन पर वरुण ठाकुर को आश्वासन दिया है कि जिस जगह पर प्रद्युम्न की हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था उस जगह को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। उन्होंने कहा की स्कूल में 1200 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं जिनके भविष्य को देखते हुए स्कूल को फिर से खोलने का निर्णय लिया गया।