जनजीवन ब्यूरो / मुंबई । वर्ष 2016 के नवंबर-दिसंबर माह में नोटबंदी के दौरान 285 किलो सोना खरीदने वाले पुष्पक बुलियंस के निदेशक सीएन पटेल को शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया। ईडी के मुताबिक नोटबंदी के बाद रकम को कथित रूप से पिहू गोल्ड सतनाम ज्वेल्स के खाते में जमा किया गया था। बाद में उस रकम को पुष्पक बुलियन के खाते में स्थानांतरित कर दिया गया और उसका इस्तेमाल 285 किलो सोने की खरीदारी के लिए किया गया। पुष्पक का खाता संबंधित बैंक द्वारा पहले ही एनपीए घोषित किया गया था। ईडी की शुरुआती जांच में पता चला है कि कंपनियों के पास नकद में इस लेन-देन को करने के लिए कोई साधन नहीं था। जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि पटेल मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले का मास्टरमाइंड है।
सूत्रों का कहना है कि पिछले साल लोगों ने कालेधन का उपयोग सोने की खरीदारी, अन्य चीजों के लिए किया था। क्योंकि वे बगैर बैंक के सवालों का जवाब दिए ज्यादा रकम बैंक में नहीं जमा कर सकते थे, जिसकी वजह से कुछ कंपनियों ने खातों के जरिए अपने कालेधन को सोने के व्यापारियों की मदद से सफेद कर लिया।
दर्शाया गया कि सोना व्यापारियों द्वारा कंपनियों को बेचा गया लेकिन अधिकारियों ने इसे फर्जी पाया । हालांकि, हकीकत ये है कि सोने-चांदी के व्यापारियों से जमा धन के बदले शेल कंपनियों की आड़ में सोना खरीदा गया था।