जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्लीः भारत में महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों पर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ग्लोबल हेल्थ में ये रिसर्च पब्लिश हुई थी. मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस, अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ पीट्सबर्ग ने शारीरिक हमले की शिकार भारतीय और अमेरिकी महिलाओं की होने वाली मौत की आशंका के आंकड़ों में बहुत ज्यादा अंतर पाया. रिसर्च के मुताबिक, भारतीय महिलाएं अमेरिकी महिलाओं के मुकाबले पति या सेक्सुअल पार्टनर के हमले के बाद मर जाती हैं.
इस रिसर्च में कोलकाता, मुंबई और दिल्ली के हॉस्पिटल्स के मरीजों को शामिल किया गया था.
रिसर्च के मुताबिक, जिन महिलाओं के सेक्सुअल पार्टनर उन पर घरेलू हिंसा या फिर सेक्स के दौरान हिंसा करते हैं उनमें से 40 फीसदी महिलाओं की इलाज में देरी होने से मौत होने की आशंका रहती है.
रिसर्च में ये बात भी सामने आई कि भारतीय महिलाएं अपने सेक्सुअल पार्टनर द्वारा की गई हिंसा के बाद मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं लेती. यानि 4 में एक महिला ही ट्रीटमेंट लेती है. ट्रीटमेंट ना लेने का बड़ा कारण इलाज महंगा होना भी है.