जनजीवन ब्यूरो /नई दिल्ली, लंबे समय से बीएचयू में जारी बवाल के बाद विश्वविद्यायल के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने गुरुवार को कहा कि अगर उन्हें छुट्टी पर जाने के लिए कहा गया तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। अब तक ‘मानव संसाधन विकास मंत्रालय से ऐसा कोई आदेश नहीं मिला है।
गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘अब तक मुझसे इस तरह की कोई भी बात नहीं कही गई है। मैं घटना के दिन से मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के संपर्क में हूं और उनको स्थिति से अवगत कराया है’।मगर, त्रिपाठी छुट्टी पर भेजे जाने की बात से खफा नजर आए। दरअसल, उनका कार्यकाल इसी साल 30 नवंबर को पूरा हो रहा है। ऐसे में उन्होंने साफ तौर पर कहा कि छुट्टी पर जाने का ऑर्डर आता है तो वह इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा कि कार्यकाल समाप्त होने से दो महीने पहले छुट्टी पर जाना अपमानजनक होगा। इसलिए ऐसी स्थिति में वो पद छोड़ना पसंद करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक,वहीं मानव संसाधन विकास मंत्रालय त्रिपाठी की जगह नए नामों को शॉर्ट लिस्ट करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने ये भी बताया कि अगर कैंपस में बवाल की स्थिति भी पैदा न होती, तब भी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाती। क्योंकि मौजूदा वीसी का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने जा रहा है।बता दें कि कैंपस में 21 सितंबर को एक लड़की से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। जिसके बाद इस घटना ने हिंसक रूप ले लिया था। यूनिवर्सिटी प्रशासन पर लड़कियों पर लाठीचार्ज करने और मामले में लापरवाही बरतने की बात सामने आई थी। इसके लिए वीसी के रुख की भी हर तरफ आलोचना की गई थी।