जनजीवन ब्यूरो / पटना । सीबीआई ने आईआरसीटीसी टेंडर मामले में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव को पांच और उनके बेटे तेजस्वी यादव को छह अक्टूबर को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है। इससे पहले लालू यादव को 3 अक्टूबर और तेजस्वी को 4 अक्टूबर को सीबीआई के समक्ष पेश होना था। लालू और तेजस्वी ने इसके लिए और समय मांगा था। इसके बाद सीबीआई ने दोनों को पांच और छह अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा है।
रेलवे होटल टेंडर मामले में लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आरजेडी प्रमुख लालू और उनके बेटे तेजस्वी दोनों को ही सीबीआई की पूछताछ का सामना करना पड़ेगा। इससे पहले आय से अधिक संपत्ति के मामले को लेकर सीबीआई ने लालू के पटना स्थित आवास पर छापेमारी भी की थी। होटल टेंडर मामले में सीबीआई ने इंडियन पेनल कोड की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), धारा 420 (धोखाधड़ी) और भ्रष्टाचार से जुड़ी अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।
आरोपों के मुताबिक पुरी और रांची स्थित भारतीय रेलवे के बीएनआर होटलों के नियंत्रण को पहले आईआरसीटीसी को सौंपा गया और फिर इसका रखरखाव, संचालन और विकास का काम पटना स्थित ‘सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड’ को दे दिया गया। सुजाता होटल को फायदा पहुंचाने के लिए टेंडर की शर्तों को हलका कर दिया गया। इसके बदले में पूर्वी पटना में 3 एकड़ जमीन को बेहद कम कीमत पर ‘डिलाइट मार्केटिंग’ को दिया गया जो कि लालू यादव के परिवार के जानकार की है। बाद में इसे ‘लारा प्रॉजेक्ट्स’ को स्थानांतरित कर दिया गया, जिसके मालिक लालू के परिवार के सदस्य हैं।
लालू यादव और उनका परिवार बेनामी संपत्ति मामले को लेकर भी घिरे हुए हैं। उनके परिवार पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए बेनामी संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। हाल ही में इनकम टैक्स विभाग ने इस सिलसिले में 12 बेनामी संपत्तियों को अटैच किया है। इस मामले में उनकी बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेश कुमार पर भी आरोप लग रहे हैं। हालांकि यादव परिवार हमेशा से ही इन आरोपों को उनके खिलाफ सियासी साजिश बताता रहा है।