जनजीवन ब्यूरो/ चंडीगढ़ । बलात्कारी गुरमीत राम रहीम की तथाकथित बेटी हनीप्रीत इंसां से पुलिस घंटों पूछताछ की । हनीप्रीत को आज पंचकूला की अदालत में पेश किया जाएगा । पुलिस हनीप्रीत से अबतक यह नहीं पता कर सकी है कि आखिर 38 दिनों तक वह कहां-कहां रहीं।
पूछताछ में हनीप्रीत ने दावा किया कि वह कभी नेपाल नहीं गईं और पंजाब के बठिंडा में एक डेरा समर्थक के घर छिपी हुई थीं। हरियाणा पुलिस शुरुआती पूछताछ में उनसे इससे ज्यादा कुछ नहीं उगलवा पाई है। उनके बठिंडा में छिपे होने की जानकारी पुलिस के हत्थे चढ़ी सुखदीप नामक महिला से मिली। सुखदीप भी डेरा अनुयायी हैं और उनका परिवार डेरे में रहता है। बठिंडा में उनकी जमीन और घर है। हनीप्रीत 2 सितंबर के बाद से वहां रह रही थीं।
हनीप्रीत से पंचकूला के चंडीमंदिर थाने में करीब 5 घंटे पूछताछ चली। पंचकूला के पुलिस कमिश्नर एएस चावला ने पूछताछ के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि शुरुआती पूछताछ में हनीप्रीत ज्यादा नहीं बोल रही हैं। उन्होंने कहा कि हनीप्रीत से पूछताछ चलती रहेगी। मंगलवार को अदालत में पेश करने के बाद उन्हें पुलिस रिमांड पर भी लिया जाएगा। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हनीप्रीत के साथ गिरफ्तार महिला से पूछताछ में पता चला है कि हनीप्रीत पिछले कई दिनों से उनके साथ थीं।
उन्होंने बताया कि हनीप्रीत 2 सितंबर के बाद से ही बठिंडा ज़िले में थीं। उधर, हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ को विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि हनीप्रीत को पंजाब के जीरकपुर-पटियाला रोड पर हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया । सूत्र ने बताया कि हनीप्रीत ने हरियाणा पुलिस के सामने खुलासा किया है कि वह बीते दिनों कई कांग्रेसी नेताओं के संपर्क में थीं। हालांकि, वह किन कांग्रेसी नेताओं के संपर्क में थीं, इस बात की जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है।
सूत्र ने यह भी बताया कि पंजाब के कई कांग्रेसी नेताओं ने हनीप्रीत को पुलिस से बचने में मदद की थी। कथित तौर पर कांग्रेसी नेता हनीप्रीत को आगे क्या करना है, कहां जाना है आदि के लिए मदद कर रहे थे। सूत्रों का यह भी कहना है कि हरियाणा पुलिस के भीतरी लोगों द्वारा भी हनीप्रीत को मदद पहुंचाई जा रही थी। बता दें कि हरियाणा पुलिस लगभग एक महीने से हनीप्रीत की तलाश में थी और इस सिलसिले में नेपाल, राजस्थान, बिहार, दिल्ली और हरियाणा में छापेमारी की थी। पंचकूला की अदालत ने 25 सितंबर को हनीप्रीत, आदित्य इंसां और पवन इंसां के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था।