जनजीवन ब्यूरो / वडोदरा : गुजरात में एक बीजेपी पार्षद की स्थानीय लोगों ने पेड़ से बांधकर पिटाई कर दी। वडोदरा जिले के बोपड़ जिले के नवीनगरी मलिन बस्ती के दौरे पर पहुंचे बीजेपी के पार्षद हसमुख पटेल को स्थानीय लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। पार्षद की पिटाई करने वाले लोग वडोदरा नगर निगम के कुछ महीनों पहले मलिन बस्ती में झुग्गियों को हटाए जाने के लिए चलाए गए अभियान का विरोध कर रहे थे।
दरअसल वडोदरा नगर निगम ने कुछ महीनों पहले नवीनगरी में 175 झुग्गियों और घरों को गिरा दिया गया था। इस अभियान के बाद इस इलाके में रहने वाले लोगों को दूसरे इलाके में घर आवंटित किए गए थे। इसके बाद विस्थापित किए गए लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन की ओर से उन्हें इस इलाके में पानी और सीवर जैसी सुविधाएं नहीं दी गई, जिसके कारण उन्हें दोबारा नवीनगरी जाने को मजबूर होना पड़ा।
जब पार्षद हसमुख पटेल ने इस इलाके का दौरा किया तो स्थानीय लोगों ने इस मामले की शिकायत उनसे की। इस पर पार्षद ने लोगों से कहा कि उन्हें नगर निगम के मलिन बस्ती के हटाने के अभियान की जानकारी नहीं थी। पार्षद के इस बयान के बाद स्थानीय लोग भड़क गए और पेड़ से बांधकर उनकी पिटाई कर दी। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने पार्षद को भीड़ से छुड़ाकर अस्पताल भेजा।
इस घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 70 स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि पार्षद ने एक स्थानीय महिला से बदतमीजी की जिसके बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा।
इस पूरे मामले पर वडोदरा नगर निगम के मेयर भरत डांगर ने कहा कि झुग्गियों को मई के महीने में हटाया गया था और यहां से विस्थापित किए गए लोगों को दूसरे इलाकों में घर भी आवंटित किए गए थे। इस पूरी कार्रवाई के 5 महीनों बाद इस प्रकार की घटना होना संदेहास्पद है। पार्षद की पिटाई करना विरोध का सही तरीका नहीं है।