जनजीवन ब्यूरो / लखनऊ । उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने पिछली सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि गैर बीजेपी सरकारों ने औद्योगिक विकास विभाग को अपने सुख का साधन बना रखा था। अब स्थिति बदलने वाली है। महाना ने कहा कि योगी सरकार पूरी मेहनत और लगन के साथ काम कर रही है। इसकी वजह से बहुत जल्द ही प्रदेश में उद्योग अपने सबसे बेहतर दौर में पहुंच जाएगा।
सतीश महाना ने संवाददाताओं से कहा कि ‘पिछले 15 साल से सरकार और उद्योग घरानों में सामंजस्य नहीं था। पिछली सरकारों ने औद्योगिक विकास विभाग को अपने सुख का साधन बना रखा था। औद्योगिक विकास विभाग के अफसरों और कर्मचारियों को विभाग की सही जानकारी नहीं थी। अब यह स्थिति बदलने वाली है।’ महाना ने यह भी कहा कि पिछले छह महीने से यह विभाग मेरे पास है, जो कि मेरे लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है। हम ऐसी औद्योगिक नीति लाएंगे, जिसे पूरे देश के राज्य अमल में लाएंगे। हमारी औद्योगिक नीति को देशभर में सराहा भी जा रहा है। सरकार पूरी मेहनत और लगन से काम कर रही है और बहुत जल्द प्रदेश में उद्योग अपने सबसे बेहतर दौर में पहुंच जाएगा।
मंत्री ने कहा कि कानपुर में मेगा लेदर क्लस्टर परियोजना की स्थापना के लिए 375.68 करोड़ रुपये का कर्ज सरकार की ओर वित्तीय संस्थाओं को दिया गया है। सैमसंग ने उत्तर प्रदेश में 4,915 करोड़ रुपये का निवेश किया है। नोएडा में बिना किसी सुविधा शुल्क के औद्योगिक प्लॉट दिए जा रहे हैं। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सेक्टर 33 में दूसरे इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी) की स्थापना के लिए आवश्यक भूमि का नियोजन किया गया है।’
सतीश महाना ने यह भी कहा कि पिछले 15 सालों में उद्योग और सरकार के बीच कोई कनेक्शन नहीं था। योगी सरकार में पहली बार औद्योगिक प्रोत्साहन के लिए 35 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। विदेशों से भी उत्तर प्रदेश सरकार निवेश लाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 6 महीने में हमने 5 हजार एकड़ का भूमि बैंक बनाया है, जिसे विकसित किया जाएगा।