जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली ।दिल्ली मेट्रो काआज से किराये में बढ़ोतरी का ऐलान हो गया है। सफर अब आपको महंगा पड़ने वाला है। दिल्ली सरकार और डीएमआरसी के बीच लंबे समय से किराया बढ़ोतरी को लेकर खींचतान चल रही थी। एक साल में दो बार मेट्रो का किराया बढ़ा है। इधर दिल्ली सरकार ने इसका जमकर विरोध किया था। मेट्रो का सफर करना 50 फीसदी तक महंगा हो जाएगा।
कल कई मेट्रो स्टेशनों के बाहर एनएसयूआई ने किराया बढ़ाने के विरोध में प्रदर्शन किया। इधर, दिल्ली सरकार भी इस फैसले से नाखुश है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, ऐसे ही चला तो मेट्रो एक दिन डूब जाएगी। पहली बढ़ोतरी के बाद डेढ़ लाख यात्री कम हुए हैं। मेट्रो को रियल एस्टेट में काम करना चाहिए ताकि नुकसान को कम किया जा सके। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यह बयान सोमवार को विधानसभा में दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र व भाजपा इस किराये को बढ़ाने की साजिश रच रहे हैं, जबकि वक्त की जरूरत है कि किराये को कम किया जाए।
दिल्ली सरकार लगातार किराया वृद्धि का विरोध करती रही, उधर शहरी विकास मंत्री ने मेट्रो के सही संचालन के लिए किराया बढ़ाने को सही बताया। वहीं, सोमवार को डीएमआरसी ने बैठक के बाद बढ़ा किराया लागू करने पर मुहर लगा दी गई।
मेट्रो किराया सामान्य दिनों की तुलना में रविवार को कम होगा। वहीं, दोपहर 12 से शाम पांच बजे तक व रात नौ से अंतिम मेट्रो सेवा तक यात्र करने पर यात्री को स्मार्ट कार्ड से भुगतान करने पर 20 फीसदी तक छूट मिलेगी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि किराया बढ़ाने के पीछे ओला और उबर जैसी कंपनियों को राहत देने की साजिश है। इससे इन कंपनियों को सीधा लाभ होगा। सरकार इस मामले में केंद्र और भाजपा की नीति का पर्दाफाश करेगी। मेट्रो को जनता के पैसे से व जनता के लिए तैयार किया गया है। दिल्ली सरकार इसको प्रीमियम सेवा नहीं बनने देगी। उन्होंने कहा कि इस आड़ में डीटीसी को भी बदनाम करने की कोशिश हो रही है। जबकि इस समय भी लोग मेट्रो से अधिक डीटीसी की सवारी कर रहे हैं। मेट्रो ने रियल एस्टेट में कभी भी अपना लक्ष्य पूरा नहीं किया। पहले चरण में मेट्रो ने 300 करोड़ कमाए थे। जबकि, दूसरे चरण में 960 में से 209 व तीसरे चरण में 1086 करोड़ में से 370 करोड़ की कमाई की। यह जानकारी मंत्री कैलाश गहलोत ने दी। उन्होंने कहा कि मेट्रो सरकार के हवाले कर दें तो दाम नहीं बढ़ने दिए जाएंगे। इसके बाद सरकार ने सरकारी संकल्प सदन से पारित कर दिया।
किराये का बोझ
दूरी (किमी) अब तक किराया आज से किराया
2-5 15 20
5-12 20 30
12-21 30 40
21-32 40 50
32 के बाद 50 60