जनजीवन ब्यूरो /बेंगलुरू, वरिष्ठ पत्रकार और समाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने तीन व्यक्तियों के स्केच जारी किए, जिन पर हत्या में शामिल रहने का संदेह है।
पुलिस महानिरीक्षक और एसआईटी प्रमुख बी.के. सिंह ने पत्रकारों को बताया, “प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा दिए गए विवरण के आधार पर तीन संदिग्धों के स्केच बनाए गए हैं, जिनमें से दो की शक्ल मिलती-जुलती है।हत्या की पिछले एक माह से हो रही जांच के बारे में जानकारी देते हुए सिंह ने बताया कि सभी संदिग्ध 25 से 35 वर्ष की उम्र के हैं और हत्या करने से पहले ये सभी करीब एक सप्ताह यहां रहे थे। उन्होंने कहा कि यह संदेह है कि ये लोग गौरी लंकेश के घर के आस-पास रह रहे थे और इन लोगों ने हत्या करने से पहले गौरी के घर की टोह (रेकी) ली थी। सिंह ने कहा कि एसआईटी ने जांच के सिलसिले में अब तक 200-250 लोगों से पूछताछ की है। उन्होंने कहा, “हम लोगों से इन हमलावरों को तलाशने में उनके ठिकानों की जानकारी देने में मदद करने का आग्रह करते हैं।
चर्चित कन्नड़ सप्ताहिक ‘लंकेश पत्रिके’ की संपादक गौरी लंकेश की पांच सितंबर को बेंगलुरू स्थित उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस दर्दनाक घटना से समूचा देश स्तब्ध रह गया। आक्रोश में कर्नाटक और राष्ट्रीय राजधानी सहित कई राज्यों में प्रदर्शन किए गए। खासकर पत्रकार बिरादरी ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमले की भर्त्सना की और देश में पत्रकारों पर बढ़ते खतरे को लेकर चिंता प्रकट की।