जनजीवन ब्यूरो / वाशिंगटन । भारत में 85 फीसदी लोग अपनी सरकार पर भरोसा करते हैं। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि बहुसंख्यक भारतीय सैन्य शासन और तानाशाही का भी समर्थन करते हैं। जबकि 27 फीसदी लोग मजबूत नेता चाहते हैं। यह बात प्यू रिसर्च सेंटर के सर्वेक्षण में आई है।
रिपोर्ट में कहा कि भारत में अर्थव्यवस्था 2012 से 6.9 फीसदी की दर से बढ़ रही है। वहां 85 फीसदी से अधिक लोगों को अपनी सरकार में विश्वास रखते हैं। उसके अनुसार, अपने मजबूत लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए पहचाने जाने वाले भारत में 55 फीसदी लोग किसी न किसी तरह से तानाशाही का समर्थन करते हैं। इनमें से 27 फीसदी लोग मजबूत नेता चाहते हैं।
इस वैश्विक सर्वेक्षण में कहा गया है कि 48 फीसदी रूसी नागरिकों ने मजबूत नेता के शासन का समर्थन किया। वैश्विक स्तर पर 26 फीसदी लोगों ने यह कहा कि ऐसी व्यवस्था शासन के लिए अच्छी होगी, जिसमें मजबूत नेता संसद या अदालतों के दखल के बिना फैसले कर सके। हालांकि सर्वेक्षण में शामिल 71 फीसदी लोगों ने कहा कि यह शासन के लिए उचित नहीं होगा।
एशियाई प्रशांत क्षेत्र आमतौर पर वियतनाम के लोगों (67 प्रतिशत), भारत (65 प्रतिशत) और फिलीपींस (62 प्रतिशत) के लोग विशेषज्ञों के शासन का समर्थन करते हैं। सर्वेक्षण के मुताबिक, भारतीय (53 प्रतिशत) और दक्षिण अफ्रीका (52 प्रतिशत) के करीब आधे लोग, कहते हैं कि उनके लिए सैन्य शासन एक अच्छी बात होगी। लेकिन इन दोनों ही देशों में बुजुर्ग इस विचार का समर्थन नहीं करते। इनमें वो लोग हैं जिन्होंने लोकतांत्रिक शासन के लिए संघर्ष किया।