जनजीवन ब्यूरो /नई दिल्ली, धनतेरस के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का उद्घाटन किया। दिल्ली के सरिता विहार में स्थित इस संस्थान का लोकार्पण करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद को सरकार अपनी 4 प्राथमिकताओं में से एक मानती है।
मोदी ने कहा, ‘आयुष को सरकार ने 4 प्राथमिकता में रखा है। अलग मंत्रालय बनाने के साथ व्यापक नियम बनाए हैं। आयुष का स्वास्थ्य सेवा में इंटिग्रेशन पहले की तरह सीमित नहीं रहेगा। आयुर्वेद के विस्तार के लिए जरूरी है कि देश के हर जिले में इससे जुड़ा एक अच्छा, सारी सुविधाओं से युक्त अस्पताल हो। इस दिशा में आयुष मंत्रालय तेजी से काम कर रहा है और तीन वर्षों में ही 65 से ज्यादा आयुष अस्पताल विकसित किए जा चुके हैं।’
आयुर्वेद की अनदेखी पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि , ‘गुलामी के समय में हमारी ऋषि परंपरा, हमारे आचार्य, किसान, हमारे वैज्ञानिक, हमारे योग, आयुर्वेद इन सभी की शक्ति का उपहास उड़ाया गया। उसे कमजोर करने की कोशिश हुई और यहां तक की उन शक्तियों पर हमारे ही लोगों के बीच आस्था कम करने का प्रयास भी हुआ।’