जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। आखिरकार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के सामने हथियार डालना पड़ा और मुख्यमंत्री के रूप में अपना उम्मीदवार धोषित करना पड़ा। सपा प्रमुख व जनता परिवार के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए ऐसा करना समय की मांग है। लेकिन राजद और जद यू कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी इसका खुलासा करने में नाकाम रहे।
इस ऐलान का जनता परिवार को दो और कद्दावर नेताओं लालू प्रसाद व शरद यादव ने स्वागत किया। लालू प्रसाद ने कहा कि भाजपा जैसी सांप्रदायिक शक्ति को रोकने के लिए मैं जहर का घूंट भी पीने को तैयार हूं।
उन्होंने कहा कि हम बिहार से देश को एक नया संदेश देंगे। लालू प्रसाद ने कहा कि मुलायम सिंह हमारे नेता हैं और वे जो भी फैसला लेंगे उसे हम सब मानेंगे।
चुनाव न लड़ने की बेवशी व्यक्त करते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि मेरे परिवार में अभी इसके लायक कोई नहीं है, सब उम्र में छोटे हैं और मैं अभी चुनाव नहीं लड़ सकता। मेरी पार्टी में भी कोई मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार के चुनाव पर पूरे देश की नजर है। लालू ने कहा कि अब मैं दोनों दल के नेताओं से कहूंगा कि वे एक साथ आ जाएं वहीं, शरद यादव ने कहा कि मुलायम सिंह की घोषणा और लालू प्रसाद के बयान के बाद इस मामले में कोई दो मत नहीं है।
जब मुलायम और लालू प्रसाद से सीटों के बंटवारे को लेकर सवाल पूछा गया तो दोंनो ही नेताओं ने कोई जवाब नहीं दिया। शरद यादव ने इतना ही कहा कि यह भी मसला हल हो जाएगा।
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