जनजीवन ब्यूरो /नई दिल्ली,हिमाचल विधानसभा चुनाव 2017 के लिए वोटिंग शुरू हो चुकी है। लोग कतार में लग कर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। मतदान सुबह आठ बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चलेगा।
चुनाव आयोग ने 399 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया है। मतदान को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्रों पर पहुंच मतदान करा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के सभी मतदाताओं से मतदान में बढ़ चढ़कर शामिल होने के लिए कहा है।
चुनाव के लिए 7525 मतदान केंद्र बनाये गये हैं, जहां 50 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए 983 मतदान केंद्रो को अतिसंवेदनशील और 399 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है।
कांगड़ा जिले में सबसे अधिक 297 और किन्नौर जिले में सबसे कम दो मतदान केंद्र अतिसंवदेनशील हैं। चंबा जिले में 601, कांगड़ा जिले में 1559, लाहौल स्पीति जिले में 93, कुल्लू जिले में 520, मंडी जिले में 1092, हमीरपुर जिले में 525, उना जिले में 509, बिलासपुर जिले में 394, सोलन जिले में 538, सिरमोर जिले में 540, शिमला जिले में 1029 और किन्नौर जिले में 125 मतदान केंद्र बनाये गये हैं।
एक प्रत्याशी के निधन के बाद अब चुनाव में 337 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें 19 महिलाएं शामिल हैं। राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या पचास लाख पच्चीस हजार 941 हैं, जिनमें 25 लाख 68 हजार 761 पुरुष मतदाता और 24 लाख 57 हजार 166 महिला मतदाता एवं 14 किन्नर मतदाता हैं।
भाजपा-कांग्रेस के 68 सीटों पर उम्मीदवार
भाजपा और कांग्रेस ने सभी 68 सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। बहुजन समाज पार्टी ने 42, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पाटीर् ने 14, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने तीन और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी ने दो- दो सीटों पर प्रत्याशी खड़े किये हैं। इसके अलावा 112 निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कुछ अन्य पंजीकृत दलों ने 27 उम्मीदवार उतारे हैं। इस चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों के साथ 11 हजार 50 वीवीपैट का भी इस्तेमाल होगा।
धर्मशाला में सबसे ज्यादा उम्मीदवार
राज्य में सर्वाधिक 12 उम्मीदवार धर्मशाला सीट से अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं जबकि सबसे कम दो उम्मीदवार झंटुता (सुरक्षित) सीट से हैं। मंडी सीट से सर्वाधिक दो महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र लाहुल स्पीति है लेकिन वहां सबसे कम मतदाता हैं जबकि मतदाताओं की दृष्टि से सबसे बड़ा निवार्चन क्षेत्र सुल्ला है। केवल झंडुता सुरक्षित सीट पर ही सीधी टक्कर है बाकी सीटों पर त्रिकोणीय और चतुष्कोणीय मुकाबला है।
कांग्रेस मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है। दूसरी तरफ भाजपा ने घोषणा की है कि पार्टी को बहुमत प्राप्त होने पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
शांति के लिए 80 फीसदी केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों की तैनाती
आपात स्थिति में इसकी मदद से कर्मचारियों के अलावा सुरक्षा और स्वास्थ्य टीमों को मौके पर रवाना किया जाएगा। चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 80 फीसदी केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है।