जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । बिजली कनेक्शन लेने के लिए अब बिजली दफ्तरों के चक्कर लगाने नहीं पड़ेंगे। सरकार खुद आकर बिजली कनेक्शन देगी। बस इसके लिए इतना करना होगा कि आपके घर के पास लगे कैंप में अपने पहचान पत्र और निवास के कागजात लेकर जाने होंगे। कैंप में मौजूद अधिकारी वहीं आपको बिजली कनेक्शन देने के कागजात की स्वीकृति देगा। और अगले दिन बिजली कनेक्शन लगने से आपका घर जगमगा उठेगा।
प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना के तहत सरकार ने अगले साल दिसंबर तक ग्रामीण क्षेत्रों के सभी घरों में बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य तय कर रखा है। सौभाग्य योजना के तहत यह बिजली पहुंचाया जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय उर्जा मंत्री स्वतंत्र प्रभार आर के सिंह ने बताया कि देश के ग्रामीण क्षेत्रों में इस समय 4.06 करोड़ घरों में बिजली कनेक्शन नहीं है। इन घरों में बिजली पहुंचानी है। यह एक बड़ी चुनौती है पर इसे पूरा करना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हरेक गांव में कैंप लगाया जाएगा। इस कैंप में बिजली कनेक्शन देने का काम किया जाएगा। इतना ही नहीं सरकार ने यह भी तय किया है कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को मुफ्त में बिजली कनेक्शन दिया जाएगा। हालांकि यह पूरी मुफ्त नहीं होगी। बीपीएल परिवार को इसके लिए केवल 500 रूपए खर्च करने होंगे, वह भी दस किस्तो में। यानी 50 रूपए महीने दस किस्तों तक अदा करने होंगे। सरकार इन घरों में कनेक्शन देते हुए आधुनिक मीटर लगाएगी। यह आधुनिक मीटर प्रीपेड या पोस्ट पेड होगी। बाद में इन सभी मीटरों को प्रीपेड मीटर में तब्दील कर दिया जाएगा।
पचास लाख प्रीपेट मीटर का निकल चुका टेंडर
बिजली के सभी मीटर को प्रीपेड मीटर में बदलने की सरकार ने योजना बना रखी है। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार ने 50 लाख मीटर खरीदने का टेंडर दे रखा है। इस समय इस मीटर की कीमत 2500 रूपए के करीब है। सरकार को ऐसे प्रीपेड मीटर को और आवश्यकता है। इसलिए सरकार जल्द ही 1.5 करोड़ मीटर का टेंडर निकालने की तैयारी कर रही है। इसके बाद इस मीटर की कीमत घटकर 1500 रूपए के करीब हो जाएगी।