जनजीवन ब्यूरो / पटना । युनिर्वसिटी से लेकर स्कूल तक की परीक्षाओं को लेकर बिहार हमेशा विवादों में बना रहता है। ताजा विवाद बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) का सामने आया है। बोर्ड ने 10वीं कक्षा के एक मेधावी छात्र को हिंदी में 100 में सिर्फ 2 नंबर देकर फेल कर दिया। बाद में आरटीआई के तहत जब छात्र ने अपनी मार्कशीट निकलवाई तो पता चला कि उसे हिंदी में 100 में 79 नंबर मिले हैं।
बताया जाता है कि रोहतास जिले के 10वीं के छात्र धनंजय को हिंदी में सिर्फ दो अंक दिया था। परिवार और स्कूल प्रशासन भी हैरान था कि हर विषय में बेहतर अंक लाने वाला धनंजय हिंदी में सिर्फ दो अंक कैसे पा सकता है। इसके बाद धनंजय ने स्क्रूटनी का फॉर्म भरा। लेकिन बोर्ड ने स्क्रूटनी में भी उसके अंक में बदलाव नहीं किया और उसे फेल बता दिया।
बिहार बोर्ड की तरफ से सहयोग की उम्मीद नहीं देखकर धनंजय ने आरटीआई के जरिए मार्कशीट की कॉपी के प्रति उपलब्ध कराने की मांग की। जब यह प्रति सामने आई तो नतीजा चौंकाने वाला था। जिस छात्र को बार-बार बोर्ड की तरफ से फेल बताया जा रहा था, उसे कॉपी में 79 अंक मिले थे।
गौरतलब है कि रिजल्ट में गड़बड़ी के मामले को लेकर बिहार बोर्ड पहले भी कई बार फजीहत झेल चुका है। इससे पहले सहरसा की छात्रा प्रियंका को तो न्याय के लिए बिहार बोर्ड के खिलाफ पटना हाई कोर्ट का सहारा लेना पड़ा था। 10वीं की ही छात्रा प्रियंका को बोर्ड की तरफ से संस्कृत में चार और विज्ञान में 29 अंक देकर फेल किया गया था। बाद में न सिर्फ वह इन विषयों में पास हुई बल्कि प्रदेश के टॉप स्टूडेंट्स की सूची में शामिल हुई। इस मामले में तो हाई कोर्ट ने बोर्ड पर पांच लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया।