जनजीवन ब्यूरो / चंडीगढ़ । हरियाणा के चर्चित आईएएस अधिकारी डॉ. अशोक खेमका ने एक बार फिर राज्य के सीएम मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधा है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को क्लीन चिट देने वाले अफसर की तरक्की पर सवाल उठाए हैं। खेमका रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील की म्यूटेशन को खारिज कर सुर्खियों में आए थे ।
खेमका ने ट्वीट कर कहा, ‘वर्ष 2012 में रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ लैंड लाइसेंसिंग डील को क्लीन चिट देने वाली समिति के एक अफसर को अब रियल एस्टेट रेगुलेटर का मलाइदार पोस्ट दिया गया है। ऐसे लोगों पर सख्ती की बजाय हम इन्हें ढील दे रहे हैं। इनकी सफलता का और क्या राज हो सकता है?’
बता दें, हाल ही में हरियाणा सरकार ने डॉ. अशोक खेमका का 51वीं बार तबादला किया है। अब खेमका को खेल और युवा मामलों के विभाग का प्रिंसिपल सेक्रटरी बनाया गया है। तबादले की ख़बर के बाद आईएएस अशोक खेमका ने ट्वीट किया कि कई सारे कामों की तैयारियां की थीं और अचानक एक और तबादले की ख़बर मिल गई। एक बार फिर आपातकालीन लैंडिंग हो गई और निहित स्वार्थों की जीत हो गई। लेकिन यह अस्थायी है और काम नए उत्साह और ऊर्जा के साथ जारी रहेगा।
अशोक खेमका की पहली पोस्टिंग 1993 में हुई थी। अपनी अब तक की नौकरी के दौरान उनकी ज्यादातर पोस्टिंग कुछ महीनों की ही रहीं। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग विभागों में 8 ऐसी पोस्ट संभालीं, जो एक महीने या उससे भी कम की रहीं।
…और सुर्खियां बन गए खेमका
रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील की म्यूटेशन को खारिज कर सीनियर आईएएस अफसर अशोक खेमका सुर्खियों में आए थे। रॉबर्ट वाड्रा विवाद के दौरान एक इंटरव्यू में उन्होंने बार-बार ट्रांसफर पर अफसोस जताया था। उन्होंने कहा था, ‘सरकार किसी भी पार्टी की रही हो, मुझे हर बार अपनी ईमानदारी की सजा भुगतनी पड़ी क्योंकि मैं लगातार घपलों और घोटालों का पर्दाफाश करता रहा हूं।’