जन जीवन ब्यूरो / लखनऊ : यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत के लिए ईवीएम + को श्रेय देने और ईवीएम की जगह बैलेट पेपर + से चुनाव कराए जाने की बसपा सुप्रीमो मायावती की मांग के बाद अब एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी की जीत के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराया है। मायावती की तरफ से सवाल उठाए जाने के कुछ ही घंटों बाद एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट के जरिए एक आंकड़ा पेश करते हुए दावा किया कि बीजेपी ने उन्हीं सीटों पर बेहतर प्रदर्शन किया है, जहां ईवीएम से चुनाव हुए हैं।
बता दें कि शनिवार सुबह ही मायावती ने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव 2019 में है और यदि बीजेपी में साहस है तो वह बैलेट पेपर से चुनाव करके दिखाए। मायावती + ने कहा कि अगर बैलेट पेपर पर चुनाव हुए तो बीजेपी 2019 में सत्ता में वापस नहीं आएगी।
कुछ ही देर बाद ट्विटर के जरिए अखिलेश भी मायावती के इस बयान का समर्थन करते नजर आए। अखिलेश ने सीधे तौर पर बैलट पेपर से चुनाव की मांग तो नहीं की लेकिन ट्वीट में उन्होंने आंकड़े पेश करते हुए अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी पर निशाना जरूर साधा है।
अखिलेश ने अपने ट्वीट में एक आंकड़े का जिक्र किया है, जिसके मुताबिक जिन क्षेत्रों में बैलट पेपर से चुनाव हुए हैं, वहां बीजेपी को सिर्फ 15 फीसदी सीटों पर जीत मिली है जबकि जहां ईवीएम से चुनाव हुए हैं वहां बीजेपी के खाते में 46 फीसदी सीटें हैं। हालांकि अखिलेश ने आंकड़े को ट्विटर पर शेयर करते हुए किसी सॉर्स का उल्लेख नहीं किया है।
बता दें कि ईवीएम को लेकर लगातार आरोप-प्रत्योरोप का दौर जारी है। यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद भी मायावती और अखिलेश यादव ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे। अखिलेश ने तब भी चुनाव आयोग से बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की थी। उधर, गुजरात चुनावों के बीच कांग्रेस ने भी हाल ही आरोप लगाया कि गुजरात में बीजेपी ईवीएम में हेराफेरी के जरिए ही जीत सकती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश ने भी दावा किया था कि निष्पक्षता के लिए ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव होना चाहिए।
इस बीच ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर उठ रहे सवालों के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। जेटली ने कहा कि अभी तो गुजरात चुनाव का रिजल्ट भी नहीं आया और कांग्रेस अभी से अपनी हार को देखते हुए बहाने ढूढ़ने लगी है। वहीं यूपी के उपमुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने भी विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि ईवीएम में कोई कमी नहीं है, कमी इन पार्टियों और इन नेताओं के दिमाग में है। ये सिर्फ कुछ खास जाति और लोगों के लिए काम करते हैं, इसलिए इस संकीर्ण रानजीति के कारण चुनावों में जनता इन्हें नकार रही है।