जन जीवन ब्यूरो / नासिक । रोटी और सब्जी तो सभी लोग खाते हैं लेकिन सिक्के और मेटल खाने की बात सुनकर आप हैरान हो जाएंगे । महाराष्ट्र के पालघर जिले में 50 वर्षीय शख्स का मामला हैरान कर देने वाला है। मेटलफ्रेजिया बीमारी से ग्रस्त संबर नामक शख्स मेटल और सिक्के खाने का अभ्यस्त था। पेट में दर्द की शिकायत के साथ जब वह मेडिकल जांच के लिए पहुंचा तब डॉक्टर भी हैरान हो गए क्योंकि उसके पेट में भोजन की जगह सिक्के, नाखून और पत्थर थे।
दरअसल, लंबे समय से मानसिक रोगी संबर को मेटल खाने की लत थी। इस कारण उसे उल्टी व अपच की परेशानी हो रही थी। संबर को डॉक्टरों ने परेशानी से निजात दिलाया। सर्जरी में उसके पेट से कुल 72 सिक्के निकले। डॉक्टर के मुताबिक, संबर मेटलफ्रेजिया (metallophagia) बीमारी से ग्रस्त थे, जिसके मरीजों को मेटैलिक वस्तुओं को निगलने की लत होती है।
डॉक्टर अमित केले की अगुवाई में डॉक्टरों की टीम ने कृष्ण सोमाल्या सांबर की सर्जरी की। पालघर के तालासारी तालुका के निवासी संबर ने बताया, वह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारी से ग्रस्त है और पिछले 20 सालों से एक शारीरिक विकार ‘पीका’ से परेशान हैं। बता दें कि पीका ग्रस्त लोगों को पोषण रहित वस्तुओं को खाने की प्रबल इच्छा होती है। इसके कारण संबर को लोहे और मेटल के सिक्के खाने की आदत हो गई थी।
केले ने बताया, ‘कुछ तो प्राकृतिक पाचन क्रिया में निकल जाते थे पर कुछ शरीर के भीतर ही मौजूद थे।‘ डॉक्टर के अनुसार इसके कारण संबर को उल्टी और अपच की परेशानी हो रही थी।
गुरुवार को संबर मेडिकल सहायता के लिए डॉक्टर के पास पहुंचे और एक्सरे कराया। रिपोर्ट के तुरंत बाद डॉक्टरों ने सर्जरी का फैसला लिया। डॉक्टर ने बताया कि एंडोस्कोपिक सर्जरी साढ़े तीन घंटे तक चली और अब संबर की स्थिति में सुधार हो रहा है। उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।