जनजीवन ब्यूरो / जयपुर । शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय + (ED) ने बीकानेर भूमि घोटाले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ये दोनो वाड्रा के करीबी हैं। फिलहाल जयपुर कोर्ट ने दोनों को 30 दिसंबर तक के लिए ईडी की कस्टडी में भेज दिया है। दोनों की गिरफ्तारी से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट बाड्रा की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती दिख रही हैं।
ईडी के मुताबिक जयप्रकाश भगार्वा और अशोक कुमार को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने बताया कि अशोक कुमार स्काइलाइट हॉस्पिटलिटी प्राइवेट लिमिटेड के महेश नागर के करीबी सहयोगी हैं। दोनों को धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि स्काइलाइट हॉस्पिटलिटी के तार कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा + से जुड़े हैं।
ईडी ने इस मामले में बीते अप्रैल महीने में कुमार और नागर के घरों पर छापेमारी की थी। एजेंसी के मुताबिक इस फर्म की ओर से बीकानेर में जमीन खरीद के जो 4 मामले हैं, उसमें नागर ही अधिकृत प्रतिनिधि थे। बताया जा रहा है कि कुमार भी नागर के बेहद करीबी हैं। ईडी की यह जांच बीकानेर शहर के कोलायत इलाके में कंपनी की तरफ से कुछ साल पहले कथित तौर पर 275 बीघा जमीन की खरीद से जुड़ी है। बताया जा रहा है कि कुमार ने अन्य लोगों के ‘पावर ऑफ अटॉर्नी’ का इस्तेमाल करते हुए ये जमीन खरीदे।
ईडी ने इस मामले में सरकारी अधिकारियों और कुछ और संबंधित लोगों की 1.18 करोड़ रुपये की संपत्ति भी कुर्क की है। बताया जा रहा है कि इस मामले में 2015 में एक आपराधिक मामला दर्ज किया था। एजेंसी ने वाड्रा से कथित तौर पर संबद्ध फर्म को नोटिस भी जारी किए थे और इससे कुछ दस्तावेज भी हासिल किए थे।
इस मामले में हुई एफआईआर में ईडी ने राजस्थान सरकार के कुछ अधिकारियों और भू माफियाओं के नाम का जिक्र किया है। बता दें कि वर्ष 2015 में लैंड डिपार्टमेंट ने इस भूमि को अवैध तरीके से आवंटित करने का दावा किया था। इसके बाद राज्य सरकार ने इस जमीन पर उत्तराधिकार को रद कर दिया था।
उधर, वाड्रा ने इस पूरे मामले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। वहीं कांग्रेस ने इसे राजनीतिक बदले की भावना में की गई कार्रवाई बताया है।