जनजीवन ब्यूरो / नोएडा । क्रिसमस और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिन (25 दिसंबर) पर पीएम नरेंद्र मोदी मेट्रो की मजेंटा लाइन का तोहफा दिया।
दिल्ली-एनसीआर को देश की पहली चालक रहित मेट्रो ट्रेन का तोहफा मिल गया है। भारत अमेरिका के साथ अपने पड़ोसी देश चीन के बरक्स खड़ा हो गया है, जहां इस ड्राइवरलेस ट्रेन की शुरुआत हुई है।
पीएम ने अपने भाषण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की और कहा कि आज योगी आदित्यनाथ ने यह भ्रम तोड़ा है कि कोई सीएम नोएडा नहीं आ सकता। यूपी के सीएम की जमकर तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश बहुत ही उत्तम तरीके से विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि योगी के कपड़े देखकर यह भ्रम फैलाया जाता है कि वह आधुनिक सोच के हो ही नहीं सकते। मुझे खुशी है कि जिस नोएडा में किसी मुख्यमंत्री के न आने की छवि बन गई थी, उस मिथक को योगी जी ने गलत साबित किया। इसके लिए मैं हृदय से योगी जी को बधाई देता हूं।
‘मान्यताओं में कैद समाज तरक्की नहीं कर सकता‘
पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी सीएम के नोएडा नहीं आने का कारण अंधविश्वास ही रहा है। लोग कहते हैं कि जो सीएम नोएडा आता है, उसकी कुर्सी चली जाती है। लेकिन योगी जी ने उस भ्रम और मिथक को तोड़ दिया। सच तो यह है कि मान्यताओं में कैद कोई भी समाज उन्नति नहीं कर सकता है।
खुद का उदाहरण देते हुए पीएम ने बताया, ‘जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तो मुझे भी कई जगहों पर जाने से मना किया गया। मैं सारी बातों को नकारते हुए बतौर गुजरात सीएम हर उस जगह गया जहां कोई नहीं जाता था। इस तरह मुझे सबसे ज्यादा सेवा करने का मौका मुझे मिला।’
गुड गवर्नेंस का जिक्र
अपने संबोधन में पीएम ने गुड गवर्नेंस का जिक्र करने के साथ ही अटल बिहारी को भारत में मेट्रो का पहला यात्री भी बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का सपना अटल जी ने देखा था और इसलिए भारत का हर गांव पक्की सड़क से जुड़ रहा है। हम इस काम को आगे लेकर जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को क्रिसमस की बधाई दी। मोदी ने कहा, ‘आज दो भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय और अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है। उत्तर प्रदेश ने ही मुझे गोद लेकर लालन-पालन और शिक्षा-दीक्षा की है। मैं तो अपने ही राज्य में आया हूं। वाराणसी ने मुझे प्रधानमंत्री के तौर पर आपकी सेवा करने का मौका दिया है।’
उन्होंने कहा, ‘आज बॉटनिकल गार्डन से मेट्रो में यात्रा करने का सौभाग्य मिला। आज बिना कनेक्टिविटी जिंदगी ठहर जाती है। बिना संपर्क बिखरा-बिखरा सा माहौल हो जाता है। इस व्यवस्था में करोड़ों की लागत लगती है लेकिन यह दूरगामी है, कई साल तक लोग इसमें सफर करेंगे।’
पीएम ने कहा कि आजकल विकास के हर काम को राजनीतिक रंग दिया जाता है। हर बात राजनीति के तराजू में तौली जाती है, ऐसा नहीं होना चाहिए। पीएम ने 2022 तक विदेश से पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स के आयात को कम करने का लक्ष्य रखा। पेट्रोलियम के प्रयोग को कम और सीमित करने के लिए मास और पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन समय की आवश्यकता है।
मेट्रो में सौर ऊर्जा के प्रयोग की भी पीएम ने प्रशंसा की और कहा कि मेट्रो के प्रयोग को भारत में प्रतिष्ठा का विषय बनना चाहिए। मोदी ने कहा, ‘अपनी मानसिकता में बदलाव लाकर हम देश को कई समस्याओं से बचा सकते हैं। 2002 में आज से 15 साल पहले देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी मेट्रो के पहले पैसेंजर बने थे और यह गर्व की बात है। वह दिन दूर नहीं जब भारत का मेट्रो नेटवर्क विश्व के पांच सबसे अच्छे मेट्रो नेटवर्क्स में से एक होगा।’
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर उन्हें याद कर मोदी ने कहा, ‘अटल जी गुड गवर्नेंस के हमेशा पक्षकार रहे। उन्होंने गांव-गांव को सड़क से जोड़ने और वहां बिजली पहुंचाने का बीड़ा उठाया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना उनका सपना था और अब हम इसे आगे बढ़ा रहे हैं।’
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में पिछली सरकार पर हमला बोला और उत्तर प्रदेश आने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।
कहां कहां है चालक रहित मेट्रो
यूरोप में डेनमार्क, स्पेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी, हंगरी, स्विट्जरलैंड और ब्रिटेन में भी ड्राइवर लेस मेट्रो चलती है। इन देशों में एक से ज़्यादा शहरों में भी ऐसी मेट्रो चलाई जाती है। इनके अलावा अमेरिका और कनाडा में भी ड्राइवरलेस ट्रेन चलती है। वहीं, चीन, ब्राजील और पेरू में भी इस तरह की मेट्रो काफ़ी पहले आ चुकी है।
बता दें कि दिल्ली में तीसरे फेज की मेट्रो लाइनों पर चालक रहित ट्रेन चलाई जाएगी। इनमें मुकंदपुर से शिव विहार वाली पिंक लाइन और जनकपुरी से बोटानिकल गार्डन वाली मेजेंटा लाइन है।
चालक रहित मेट्रो ट्रेन की खूबियों की बात करें तो यह एक एडवांस टेक्नोलाजी है और दुनियाभर में तेजी से इस्तेमाल की जा रही है।
ड्राइवरलेस ट्रेन से मतलब कम्यूनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिस्टम से है, जिसमें ट्रैक पर चलने वाली सभी ट्रेनें आपस में और कंट्रोल रूम से डिजिटल रेडियो कम्यूनिकेशन के जरिए एक दूसरे से जुड़ी होती हैं।
चालक रहित सभी ट्रेनें 6 कोच वाली हैं और सीबीटीसी यानी ड्राइवरलेस ऑपरेशन तकनीकी से लैस हैं। इस तरह की ट्रेनों में ड्राइवर केबिन नहीं होगा, इसलिए करीब 40 ज्यादा मुसाफिर सफर कर पाएंगे।
चालक रहित मेट्रो ट्रेन की खूबी
- ट्रेन का चलना, रुकना, स्पीड पकड़ना, ब्रेक लगाना, दरवाजों का खुलना और बंद होना, साथ ही इमरजेंसी हालात को कंट्रोल करना सब कुछ आटोमैटिक (स्वतः) होगा।
- मेट्रो ट्रेन के सामने में कैमरा होगा। यह कैमरा ट्रेन के आगे की पूरी तस्वीर लाइव कंट्रोल रूम में दिखाएगा।
- ट्रेन के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे की लाइव स्ट्रीमिंग कंट्रोल रूम में होगी. इसी तरह कंट्रोल रूम से भी ट्रेन के भीतर लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग के जरिए संपर्क किया जा सकता है।
- मेट्रो ट्रेन मेंचालक नहीं होने की सूरत में LED स्क्रीन के जरिए लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग की जाएगी।
- ओडीडी डिवाइस ट्रैक पर लगे होंगे, जो ट्रैक पर आने वाली किसी छोटी रुकावट को हटाकर ट्रेन को पटरी से उतरने यानी डीरेल होने से बचाएगा।
इससे पहले मजेंटा लाइन के उद्घाटन के दौरान दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, स्थानीय सांसद महेश शर्मा, नोएडा विधायक पंकज सिंह समेत कई कैबिनेट मंत्री भी मौजूद रहे।
इससे पहले केंद्र व प्रदेश के मंत्रियों, एडीजी सिक्योरिटी, एडीजी जोन, आइजी रेंज समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने रविवार को सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था। वहीं, दो दिन पहले यानि शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद तैयारियां का जायजा लिया था।
138.23 किलोमीटर लंबी यह मेट्रो लाइन बोटेनिकल गार्डन से दिल्ली के जनकपुरी वेस्ट तक जाएगी। इसके पहले भाग का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को किया।