जनजीवन ब्यूरो / अहमदाबाद । गुजरात की नई सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसा माना जा रहा था कि विभागों के बंटवारे को लेकर शुरू हुआ ड्रामा गुरुवार को खत्म हो गया है लेकिन खुद को कोई अहम विभाग न दिए जाने से नाराज उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने सख्त तेवर अपना लिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नितिन पटेल ने पार्टी को 48 घंटे का अल्टिमेटम तक दे दिया है। कैबिनेट के अंदर कलह की खबरों के बाद पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने नितिन को 10 विधायकों के साथ बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल होने तक का न्योता दिया है।
सीएम विजय रुपाणी फिलहाल इसपर किसी भी तरह की बयानबाजी से बचते दिख रहे हैं। शनिवार को हार्दिक पटेल ने सारंगपुर में कहा कि अगर नितिन पटेल 10 विधायकों के संग बीजेपी छोड़ने को तैयार हो जाते हैं तो वह कांग्रेस में उन्हें उपयुक्त पद देने की बात करेंगे। हार्दिक ने कहा कि सभी पटेलों को नितिन का साथ देना चाहिए। अगर बीजेपी उनका सम्मान नहीं कर रही है तो उन्हें पार्टी छोड़ देनी चाहिए।
बता दें कि गुरुवार रात विजय रुपाणी ने विभागों का बंटवारा किया था। ऐसा माना जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को नई सरकार में साइडलाइन कर दिया गया है। उनके पास अब शहरी विकास और वित्त विभाग नहीं रहे। नई सरकार में उन्हें अब सड़क और बिल्डिंग तथा स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है।
रुपाणी ने शहरी विकास मंत्रालय अपने पास रखा
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने शहरी विकास विभाग को नितिन पटेल से लेकर अपने पास रख लिया है। कद्दावर मंत्री सौरभ पटेल को वित्त और ऊर्जा विभाग दिया गया है। बंटवारे में रुपाणी ने अपने पास कई महत्वपूर्ण विभाग रखे हैं जिनमें जीएडी, उद्योग, गृह, शहरी विकास, बंदरगाह, खनन, पेट्रोलियम, विज्ञान और टेक्नॉलजी शामिल हैं। विभागों के बंटवारे को लेकर राज्य में करीब तीन दिन तक ड्रामा चला और अंतत: दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से सलाह के बाद इसका समापन हुआ था।
विभागों के बंटवारे के बाद जब रुपाणी मीडिया से बात कर रहे थे, उस समय उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल थोड़ा निराश लग रहे थे। पटेल इस बात से नाखुश दिखाई पड़ रहे थे कि उनसे शहरी विकास, वित्त, पेट्रोकेमिकल्स, टॉउन प्लानिंग जैसे विभाग ले लिए गए जो पिछली सरकार में उनके पास थे। उन्हें केवल रोड और बिल्डिंग तथा स्वास्थ्य विभाग दिया गया है।