जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । पद्मावती को सेंसर बोर्ड की मंजूरी मिल गई है, लेकिन इसके रिलीज पर संकट बरकरार है। राजपूत करणी सेना ने आरोप लगाया है कि अंडरवर्ल्ड के दबाव में पद्मावती को मंजूरी दी जा रही है। करणी सेना ने धमकी दी है कि जिस भी हॉल में पद्मावती दिखाई जाएगी उसे तहस-नहस कर दिया जाएगा।
शनिवार को यह खबर आई कि सेंसर बोर्ड ने पद्मावती को रिलीज करने की मंजूरी दे दी है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म का नाम बदलकर ‘पद्मावत’ करने का भी निर्देश दिया। इसके बाद करणी सेना की तरफ से नया बयान सामने आया है। राजपूत करणी सेना के सुखदेव सिंह गोगामेदी का कहना है कि फिल्म का रिव्यू करने के लिए बनी कमिटी ने इसका विरोध किया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि अंडरवर्ल्ड के दबाव में आकर सेंसर बोर्ड इस फिल्म को रिलीज करने का फैसला कर रहा है। उन्होंने धमकी दी कि उनके लोग सिनेमा हॉल के बाहर खड़े रहेंगे। जिस भी हॉल में पद्मावती दिखाई जाएगी उसमें तोड़फोड़ होगी। करणी सेना चाहे जो दावा करे लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेंसर बोर्ड द्वारा गठित विशेष पैनल के सुझावों के बाद भी इसे रिलीज करने की अनुमति देने दी बात सामने आ रही है।
पद्मावती पर क्या है विवाद?
राजपूत करणी सेना और दूसरे संगठननों का आरोप है कि फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी का महिमामंडन किया गया है। खिलजी और रानी पद्मावती के बीच ड्रीम सीक्वेंस फिल्माया गया है, जिसपर आपत्ति जताई है। राजपूत संगठनों का आरोप है कि घूमर डांस में भी राजपूत समाज की गलत प्रस्तुति हुई। कहा जा रहा कि पुरुषों के सामने रानियां डांस नहीं करती थीं। ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि घूमर घाने में क्या बदलाव किया जाएगा।