जनजीवन ब्यूरो / मेरठ । देश की मौजूदा स्थिति से दो क्रांतिकारियों के वंशज खुश नहीं हैं। दोनों का मानना है कि देश ‘सबका साथ, अपना विकास’ के रास्ते पर चल रहा है। वह देश के नेताओं की सोच को माओवादी वाली करार देते हैं। वह आतंकवाद और भ्रष्टाचार की असली वजह बढ़ी जनसंख्या को मानते हैं और जनसंख्या नियंत्रण के तहत दो बच्चों का कानून बनाने की वकालत करते हैं। इस मुद्दे पर 11 मार्च को मेरठ से दिल्ली तक तीन दिनी पदयात्रा निकालने का निर्णय भी लिया गया।
नेताजी सुभाष चंद बोस की पौत्री (भाई की पौत्री) राजश्री चौधरी और चंद्रशेखर आजाद के भतीजे सुजीत आजाद शनिवार को मेरठ में थे। वह सेव इंडिया फाउंडेशन के बुलावे पर यहां निकाली गई प्रभात फेरी में शिरकत कर रहे थे। जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरुकता लाने और दो बच्चों का कानून बनाने के लिए प्रभात फेरी मेंसेव इंडिया फाउंडेशन के राजेश शर्मा जनसंख्या नियत्रण के लिए कानून बनाने की मांग को लेकर जनजागरण अभियान चला रहे हैं।
इस दौरान सुभाष चंद बोस की पौत्री राजश्री ने कहा कि नेताजी ने स्वर्णभारत की कल्पना की थी जबकि उसके विपरीत हो रहा है। देश जरूर गुलामी से आजाद हुआ है लेकिन व्यवस्था आज भी ब्रिटिश शासन की चल रही है। उन्होंने कहा हमारी मानसिकता गुलामी वाली है। पुराने कानून भी नहीं बदले गए हैं।
उन्होंने अफसोस जताया कि नेताजी के ऊपर लगे युद्ध अपराधी के टेग को कोई सरकार नहीं हटवा सकी। राजश्री ने नेताजी की खोज के लिए किए अभी तक के प्रयास को नाकाफी बताया। उन्होंने कहा कि वह इससे आधी संतुष्ट हैं। साथ ही कहा कि देश में आतंकवाद और भ्रष्टाचार बढ़ने की बड़ी वजह बढ़ती जनसंख्या है। इस मुद्दे पर अगर जरूरत पड़ी तो शहीद के परिवार सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं रहेंगे।
क्रांतिकारी शहीद चंद्रशेखर आजाद के भजीजे सुजीत आजाद ने कहा कि देस की मौजूदी स्थिति पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि देश नीति नहीं बल्कि अनीति पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि नेताओं की सोच माओवादियों सरीखी है। वे ‘सबका साथ, हमारा विकास’ पर चलने पर यकीन रख रहे है। इनका अंत जरूरी है।
उन्होंने पीएम से अपील की है कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए जल्द से जल्द कानून बनाया जाए। उन्होंने कहा कि जिस देश या समाज की जनसंख्या कम है, वहां विकास ज्यादा है। रिटायर्ड आएफएस अशोक शर्मा ने कहा कि मौजूदा जनसंख्या से विस्फोट जैसे हालात बन सकते हैं।
इस दौरान फाउंडेशन से संयोजक राजेश शर्मा ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरुकता लाने के लिए हजारों लोग मेरठ से दिल्ली तक पदयात्रा करेंगे। इसमें लोगों से हस्ताक्षर कराकर इस कानून को बनाने के लिए समर्थन निकाला जाएगा। प्रभात फेरी का समापन शहीद स्मारक पर हुआ। वहां शहीदों को नमन किया गया। प्रभात फेरी में कई स्कूलों के बच्चों के अलावा एनसीसी कैडेट्स और समाजिक वर्करों ने हिस्सा लिया।