जनजीवन ब्यूरो / बाड़मेर । राजस्थान के बाड़मेर में पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उनका काम केवल पत्थर जड़वाकर फोटो खींचवाना है और हमारा मकसद काम को पूरा करना है। चुनाव से पहले पत्थर जड़ना उनकी आदत है। पत्थर जड़कर लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता, जब कार्य आरंभ हो तो कार्य संपन्न होता है। यदि गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़नी है तो गरीबों को सशक्त करना होगा। गरीबों को सशक्त करने में ही केंद्र सरकार जुटी है। कांग्रेस पर वार करते हुए मोदी ने कहा कि चुनाव से पूर्व हमेशा गरीबी हटाओं के नारे सुनाई देते रहे। आजादी के चार दशक तक गरीबों के नाम पर चुनाव का खेल चलता रहा। गरीबों के नाम पर चुनाव का खेल खेला जाता रहा, लेकिन गरीब का भला नहीं हुआ। अब केंद्र सरकार ने गरीब को केंद्र में रखकर योजनाएं बनाई हैं। गरीबी नारों से नहीं काम करने से हटेगी। वे हमेशा देश के साथ धोखा करते रहे हैं।
मंगलवार को राजस्थान में बाड़मेर जिले के पचपदरा में अत्याधुनिक रिफाइनरी और पेट्रोकॉम्पलेक्स के कार्य का शुभारंभ करने के बाद अपने चिर-परिचित अंदाज में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि दो दिन पहले देशभर में मकर संक्रांति का त्योहार मनाया गया, इसके बाद सूर्य की उत्तरायण गति होती है, उन्नति अंतरविहित होती है। यह संकल्प सिद्धि का योग है रिफाइनरी के शिलान्यास और कार्य शुभारंभ को लेकर कांग्रेसी नेताओं द्वारा पैदा की गई कंट्रोवर्सी के बारे में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा अपने संबोधन में की गई चर्चा पर पीएम मोदी ने कहा कि यह उनकी आदत है। उनका काम पत्थर जड़ना और कागजों में घोषणाएं करना है।
उन्होंने कहा कि कार्य का शुभारंभ करते ही मैने सीएम और पेट्रोलियम मंत्री से पूछा इसका काम कब तक पूरा होगा तो दोनों ने विश्वास दिलाया कि जब वर्ष 2022 में देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा, तब तक काम पूरा कर लिया जाएगा। मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पूर्व 15 सितम्बर,2013 को मैने हरियाणा में पूर्व सैनिकों से वायदा किया कि केन्द्र में हमारी सरकार आएगी तो वन रेंक वन पेंशन योजना लागू की जाएगी। कांग्रेस ने चुनाव पूर्व आनन-फानन में अंतरिम बजट में वन रेंक वन पेंशन के नाम पर 500 करोड़ रुपये का प्रावधान कर दिया।
मैंने सत्ता संभालते ही वित्त मंत्रालय से पूछा कि कि वन रेंक वन पेंशन स्कीम का क्या हुआ तो पता चला कि यह तो केवल घोषणा थी ना तो पूर्व सैनिकों की सूची बनी थी और ना ही पहचान हुई थी। असल में इस योजना के लिए 12000 करोड़ रुपये की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने ईमानदारी नहीं की,केवल 500 करोड़ का प्रावधान चुनाव से पूर्व किया। मैंने सेना के लोगों को बुलाकर पूछा कि वन रेंक वन पेंशन स्कीम के लिए 12000 करोड़ की जरूरत है, यदि इसे लागू किया गया तो गरीबों से जुड़ी कई योजनाएं रूक जाएगी,मै इसका चार टुकडों में दे देता हूं और वे मान गए। अब तक 10 हजार 700 करोड़ रुपये उनके खातों में पहुंच गए।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में पूर्ववर्ती सरकारों पर संसद को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश की संसद लोकतंत्र का मंदिर है, लेकिन वहां भी सरकारों द्वारा धोखा किया जाता रहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनते ही मैने रेल बजट के बारे में जानकारी की तो पता चला कि अब तक के रेल बजटों में 1500 से ज्यादा ऐसी घोषणाएं की गईं, जिनका नाम-निशान तक नहीं है। ये घोषणाएं कागजों में फंसी हैं। रेलमंत्री संसद में घोषणा करते रहे और सांसद ताली बजाते रहे। हमने कह दिया रेल बजट में वाह-वाही लुटना और ताली बजाना अब बंद होना चाहिए। एक दिन आलोचना होगी, लेकिन देश को सही बोलना होगा। उज्जवला योजना की चर्चा करते हुए पीएम ने कहा कि गरीबों को गैस का कनेक्शन देने की योजना शुरू की गई, जिस घर में गैस का चूल्हा जलता होगी वह माता-बहन मोदी को आशीर्वाद अवश्य देती होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने जीरो बेलेंस पर खाते खोलने की स्कीम शुरू की, इनमें अब तक 72 हजार करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं।
राजस्थान के रेगिस्तानी जिले बाड़मेर के पचपदरा में अत्याधुनिक रिफाइनरी के कार्य का शुभारंभ करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अकाल जुड़वां भाई है। अब तक यह सुना जाता रहा है कि कांग्रेस जहां जाएगी, वहां अकाल साथ जाएगा। राजस्थान में जब-जब कांग्रेस सत्ता में आती है, तब-तब अकाल पड़ता है। वहीं, भाजपा सरकार बनती है तो अच्छी बरसात होती है, खुशहाली रहती है। वसुंधरा राजे के भाग्य में लिखा है कि उन्हे जब-जब राज्य की सेवा करने का मौका मिला है, इस सुखी धरती पर अच्छी बारिश हुई है।
पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तारीफ करते हुए कहा कि इनमें राजपरिवार के साथ ही मारवाड़ी गुण भी है। इसिलए वे राजस्थान का 40 हजार करोड़ रुपये बचाने में कामयाब रही, इससे केंद्र सरकार को घाटा होगा। उन्होंने कहा कि यदि वर्ष 2013 में एचपीसीएल के साथ हुए समझौते के अनुसार रिफाइनरी लगती तो राज्य सरकार को 40 हजार करोड़ का घाटा होता, लेकिन नए समझौते से यह रकम बच जाएगी। इजरायल के प्रधानमंत्री बैंजामिन नेतन्याहू की भारत यात्रा की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इजरायल का भारत के साथ पुराना नाता रहा है। इजरायल जाने वाला मैं भारत का एकमात्र प्रधानमंत्री हूं। इजरायल के प्रधानमंत्री 14 साल बाद भारत आए हैं।
मोदी ने कहा कि यह गर्व की बात है कि राजस्थान के ही मेजर दलपत सिंह शेखावत के नेतृत्व में भारतीय वीरों ने 100 साल पहले इजरायल के हाइफा शहर को आजाद कराया था। मोदी ने कहा कि प्रथम विश्व युद्ध के समय जिन वीरों ने इजरायल में बलिदान दिया था उनको श्रद्धासुमन अर्पित करने रविवार को मै इजरायल के प्रधानमंत्री के साथ दिल्ली के तीन मूर्ति स्मारक गया था। तीन मूर्ति चौक राजस्थान के शहीद दलपत सिंह की याद में बना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति स्व.भैरोसिंह शेखावत और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह को याद किया। मोदी ने कहा कि शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री रहते हुए ही बाड़मेर में तेल के खोज की कल्पना की थी। शेखावत के समय राजस्थान का विकास हुआ। उन्होंने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और बाड़मेर के पूर्व सांसद जसवंत सिंह के नाम की चर्चा भी अपने संबोधन के दौरान की। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह अभी अस्वस्थ हैं। हम उन्हे शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। ईश्वर हमारी प्रार्थना सुने और उन्हे स्वस्थ करे।
प्रधानमंत्री द्वारा अपने संबोधन में शेखावत, जसवंत सिंह और दलपत सिंह शेखावत की चर्चा किए जाने को लेकर कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। राज्य की दो संसदीय एवं एक विधानसभा सीट पर 29 जनवरी को होने वाले उप चुनाव में राजपूत समाज के एक वर्ग द्वारा कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा को पीएम मोदी के इस संबोधन से जोड़कर देखा जा रहा है। शेखावत और जसवंत सिंह राजस्थान के प्रमुख राजपूत नेता रहे हैं। राजपूत भाजपा का परम्परागत वोट बैंक रहा है, लेकिन पिछले कुछ समय से राज्य सरकार से नाराजगी के चलते उप चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की है।