जनजीवन ब्यूरो / अहमदाबाद । विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने बुधवार को सीधा-सीधा पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोल दिया। तोगड़िया ने साफ किया कि दिल्ली के राजनीतिक बॉस के इशारे पर क्राइम ब्रांच के जॉइंट कमिश्नर जे. के. भट्ट उनके खिलाफ और वीएचीपी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं। तोगड़िया ने मांग की कि भट्ट और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच हुई बातचीत को सार्वजनिक किया जाए। तोगड़िया ने साथ ही कहा की आरएसएस के प्रचारक संजय जोशी के खिलाफ 2005 में आई सेक्स सीडी फर्जी थी और इसको बनाने वालों का नाम वह समय आने पर बताएंगे।
तोगड़िया ने कहा कि वह गुजरात से आने वाले पीएम से प्रार्थना करते हैं कि उनके खिलाफ षड्यंत्र करके लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास नहीं किया जाए। उन्होंने कहा, ‘क्राइम ब्रांच ही मेरे बारे में सिलेक्टिव विडियो टीवी चैनल को दे रहा है। संजय जोशी का विडियो भी यहीं बना था। यह सब तोगड़िया को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है।’ उन्होंने कहा कि वह क्राइम ब्रांच के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा, ‘पीएम षड्यंत्र न करें। इसको लोकतंत्र की हत्या करके राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा मत बनने दो। मुझे क्राइम ब्रांच पर गर्व है। मैंने कभी पुलिस अधिकारी के खिलाफ बयान नहीं दिया, लेकिन भट्ट मेरे खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।’
वीएचपी नेता ने कहा कि राजस्थान सरकार ने मेरे खिलाफ किसी केस की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा, ‘2005 में जोशी का फर्जी विडियो बनाकर आरएसएस जैसी पवित्र संस्था के प्रचारक को बदनाम करने का षड्यंत्र करने का काम गुजरात से हुआ था। सीडी बनाने वाले का नाम मैं जानता हूं और समय आने पर मैं उसे सार्वजनिक करूंगा। मैं उस सीडी की जांच करने वालों में मैं एक था। भगवान सत्य की रक्षा करेगा। भट्ट गुजरात में षड्यंत्र का हिस्सा बन रहा है। भट्ट तोगड़िया की इज्जत पर हाथ डाल रहा है। पीएम के साथ उनकी इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल की डिटेल्स को सार्वजनिक की जाए।’
उल्लेखनीय है कि पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए तोगड़िया एक दिन पहले गायब हो गए थे। वह बेहोशी की हालत में एक पार्क में मिले थे। जहां से उन्हें चंद्रमणी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को पीसी कर तोगड़िया ने अपने खिलाफ साजिश होने की बात कही थी। तोगड़िया ने दावा किया कि राजस्थान पुलिस ने उनके एनकाउंटर की साजिश रची थी, इसलिए वह खुद वीएचपी दफ्तर से गायब हो गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि वह हिंदू एकता के लिए प्रयास कर रहे हैं, इसलिए उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। तेजतर्रार और आक्रामक छवि की पहचान रखने वाले तोगड़िया अपनी बात कहते हुए कई बार भावुक हो गए। उनकी आंखों में आंसू नजर आ रहे थे।