जनजीवन ब्यूरो / पेइचिंग । चीन ने विवादित डोकलाम क्षेत्र में व्यापक निर्माण कार्यों को उचित ठहराया है। पेइचिंग ने कहा, ‘हमारा कदम वैध है और इसका मकसद सैनिकों और हमारे इलाके में रह रहे लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाना है।’ गौरतलब है कि हाल ही में आई रिपोर्टों में कहा गया था कि चीन ने डोकलाम क्षेत्र के उत्तरी हिस्से में 7 हेलीपैड बना लिए हैं। सैटलाइट तस्वीरों में हथियारों से लैस वाहन भी दिखे हैं। खास बात यह है कि डोकलाम के जिस इलाके में गतिरोध हुआ था उसके बेहद करीब चीन बड़े पैमाने पर मिलिट्री कॉम्प्लेक्स बना रहा है। चीन ने इन्हीं रिपोर्टों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
सैटलाइट तस्वीरों पर आधारित रिपोर्टों के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने कहा, ‘मैंने भी यह रिपोर्ट देखी है। मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि ऐसी तस्वीरें कैसे मिलीं।’ हालांकि उन्होंने आगे यह भी कहा कि उनके पास इस पर ज्यादा जानकारी नहीं है।
इन रिपोर्टों से इस बात की चिंता बढ़ गई है कि चीन भारत के साथ एक और गतिरोध की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हालांकि लु ने कहा, ‘डोकलाम क्षेत्र को लेकर चीन का रुख बिल्कुल स्पष्ट है। डोकलाम हमेशा से चीन का और प्रभावी अधिकार क्षेत्र में रहा है। इस संबंध में कोई विवाद नहीं है।’ गौरतलब है कि क्षेत्र पर चीन अपनी संप्रभुता की बात करता है जबकि इसी डोकलाम पर भूटान भी अपना दावा करता है।
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि क्षेत्र में अपने सैनिकों और वहां रह रहे लोगों के लिए चीन ढांचागत निर्माण कर रहा है। लु ने कहा, ‘सीमा पर गश्त करने, उत्पादन सुधारने के साथ ही सैनिकों व स्थानीय लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए चीन ने ढांचागत निर्माण कार्य किए हैं। इसमें डोकलाम क्षेत्र में बनाई गई सड़कें भी शामिल हैं।’
उन्होंने कहा, ‘जैसे चीन कभी भी भारतीय क्षेत्र में भारत के ढांचागत निर्माण पर कोई टिप्पणी नहीं करता है, हमें उम्मीद है कि दूसरे देश भी हमारे क्षेत्र में चीन द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों पर कोई बयान नहीं देंगे।’ क्या चीन भारत के साथ दूसरे डोकलाम गतिरोध की तैयारी कर रहा है, यह पूछे जाने पर चीनी प्रवक्ता ने कहा कि चिकन नेक कॉरिडोर के करीब एक प्रमुख सड़क बनाने में भारतीय सैनिकों के दखल देने से द्विपक्षीय संबंध तनावपूर्ण हो गए थे।
गौरतलब है कि पिछले साल सिक्किम के पास डोकलाम में दो महीने से ज्यादा समय तक दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। हाल में भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि डोकलाम चीन और भूटान के बीच का विवादित क्षेत्र है।