जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस ने सोमवार को एक संदिग्ध आतंकवादी को पकड़ा है. उसका नाम अब्दुल सुभान कुरैशी उर्फ तौकीर बताया जा रहा है. सॉफ्टवेयर इंजीनियर तौकीर इंडियन मुजाहिदीन का संस्थापक सदस्य रहा है और वह बड़ी आइटी कंपनी में नौकरी कर चुका है. उसे स्लीपर सेल बनाने में महारत हासिल है. 2008 में हुए गुजरात सीरियल ब्लास्ट में भी उसका हाथ बताया जा रहा है.
खबरों के मुताबिक, वह दिल्ली में एक बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहा था. अब्दुल ने पकड़े जाने से बचने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के लोगों पर फायरिंग भी की थी, लेकिन अंत में वह पुलिस के हत्थे लग ही लगा. सुरक्षा एजेंसियों को एक दशक से इस संदिग्ध आतंकी की तलाश थी.
अब्दुल सुभान कुरैशी उर्फ तौकीर को भारत का बिन लादेन भी कहा जाता है. पेशे से इंजिनियर इस आतंकी को बम बनाने में महारत हासिल है. सुरक्षा एजेंसियों को 11 जुलाई 2006 में मुंबई में हुए ट्रेन ब्लास्ट में इसकी तलाश थी. इसके अलावा दिल्ली, बेंगलुरु और अहमदाबाद में हुए धमाकों में भी उसका हाथ बताया जाता है. सूत्रों के मुताबिक कि इंडियन मुजाहिदीन के सारे ऑनलाइन काम तौकीर ही करता है.
2008 में अहमदाबाद में हुए थे सीरियल ब्लास्ट
26 जुलाई 2008 को गुजरात के अहमदाबाद में 16 बस धमाके हुए थे. ये सारे धमाके 90 मिनट के अंदर किए गए थे. इन धमाकों की जिम्मेदारी इंडियन मुजाहिदीन ने ही ली थी. सभी धमाकों में कुल मिलाकर 56 लोग मारे गए थे और 200 के करीब जख्मी हो गए थे.
बाद में हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. इस मामले में गुजरात पुलिस ने उस वक्त नौ लोगों को गिरफ्तार किया था. उनमें धमाकों का मास्टरमाइंड कहा जाने वाला मुफ्ती अबु बशीर भी शामिल था. उसी बीच बेंगलुरु और झारखंड में भी ब्लास्ट हुए थे. इस आतंकवादी साजिश में अब्दुल सुभान कुरैशी भी शामिल बताया जा रहा है.
दिल्ली के गाजीपुर से गिरफ्तारी के बाद आज डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने प्रेस कान्फ्रेंस कर मीडिया को उसके संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वह अपने कोर एसोसिएट से संपर्क की कोशिश में था और इसी दौरान उसे गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया.
अब्दुल सुभान कुरैशी उर्फ तौकीर कुरैशी को भारत का ओसामा बिन लादेन कहा जाता है. यह इंडियन मुजाहिद्दीन और सिमी से जुड़ा रहा है. बताया जाता है कि इंडियन मुजाहिदीन के सारे ऑनलाइन काम तौकीर ही करता है. वह स्लीपर सेल तैयार करने में माहिर माना जाता है.
सुरक्षा एजेंसियों को 10 साल से इस संदिग्ध आतंकी की तलाश थी. तौकीर की तलाशी के लिए काफी समय से गुजरात एटीएस और अहमदाबाद क्राइम ब्रांच दिल्ली पुलिस के संपर्क में थी. उसे रूप बदलने में काफी माहिर माना जाता है, इसी वजह से इतने सालों तक वह पुलिस से बचता रहा.