जनजीवन ब्यूरो / लंदन । यह मत सोचिए कि छेड़छाड़ के लिए सिर्फ भारत ही बदनाम है, ब्रिटेन जैसे देश भी इस मामले में पीछे नहीं है फ़ाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्टर मैडिसन मैरेज ने लंदन के प्रेसिडेंट क्लब चैरिटी डिनर में यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. मैडिसन प्रेसिडेंट क्लब चैरिटी डिनर में यौन दुर्व्यवहार के आरोपों की जांच के लिए अंडरकवर रिपोर्टर बन कर गई थीं.
यह आयोजन हर साल लंदन में होता है और इसमें राजनीतिक गलियारों से लेकर कारोबारी जगत की अहम हस्तियां शामिल होती रही हैं. इस साल के आयोजन में 360 लोग शामिल हुए थे.
इस आयोजन का उद्देश्य लंदन के ग्रेट ऑरमेंड स्ट्रीट चाइल्ड हॉस्पीटल के लिए फंड जुटाना होता है.
बहरहाल अंडरकवर रिपोर्टर का कहना है कि केवल पुरुषों के लिए आयोजित इस कार्यक्रम के लिए होस्टेस के रूप में 130 महिलाओं को काम पर रखा गया था. उन्हें यह चेतावनी दी गई थी कि वहां मौजूद पुरुषों को इससे परेशानी होगी.
ग़लत तरीके से छुआ
मैडिसन ने बताया कि उस दौरान वहां उन्हें कई बार ग़लत तरीके से छुआ गया. उन्होंने कहा कि, “इसे बता पाना बहुत मुश्किल है.”
मैडिसन के अनुसार “मेरी स्कर्ट के नीचे, पीठ, कुल्हे, पेट, बांह और कमर पर ग़लत तरीके से छुआ गया.” आयोजकों ने न्यूज़नाइट को बताया कि वो इस मामले की जांच कर रहे हैं.
मैडिसन ने उस घटना को विस्तार से बताया कि पिछले गुरुवार को लंदन के एक लक्जरी होटल में आयोजित इस बैठक के दौरान उनका और अन्य महिलाओं का उत्पीड़न हुआ.
जांच की जाएगी
इस आरोप के बाद, प्रेसिडेंट क्लब ने बुधवार को बंद का एलान किया और कहा कि बचे हुए धन को बच्चों के लिए काम कर रही संस्थाओं को बांट दिया जाएगा.
एक बयान में कहा गया कि यह संस्था आरोपों से निराश हैं और ऐसे बर्ताव को कदापि स्वीकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, “आरोपों की पूरी और जल्दी जांच की जाएगी.”
इन महिलाओं को नियुक्त करने वाली एजेंसी ने कहा कि उन्हें ऐसे किसी भी यौन दुर्व्यवहार के आरोपों का नहीं पता है. लेकिन उसने यह भी कहा कि इस प्रकार का व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य है.
प्रेसिडेंट क्लब के सह-अध्यक्ष और शिक्षा विभाग के सदस्य ने इस मामले के सामने आने के बाद अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया.
“महिला से पूछा- क्या वो वेश्या हैं”
शिक्षा मंत्री ऐने मिल्टन ने कहा, “डेविड मेलर ने शिक्षा विभाग के गैर-कार्यकारी सदस्य का अपना पद छोड़ दिया है और मैं जानता हूं कि शिक्षा सचिव सही निर्णय को लेकर स्पष्ट हैं.”
इस आयोजन के दौरान एक टेबल प्रायोजित करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी विज्ञापन एजेंसी डब्ल्यूपीपी ने एलान किया कि आरोपों के बाद वो अपना समर्थन खींच रही है. हालांकि इसके कार्यकारी निदेशक मार्टिन सोरेल ने बीबीसी को बताया कि इसके मेहमानों ने मैरेज के बताये व्यवहार को इस आयोजन के दौरान नहीं देखा.
मैरेज ने कहा, “उन्होंने मुझे ग़लत तरीके से कई बार पकड़ा और मैं ऐसे कई और लोगों को जानती हूं जिनके साथ ऐसा ही दुर्व्यवहार हुआ है.”
उन्होंने आगे कहा, “आप किसी व्यक्ति से बात करते हैं और वो अचानक ही आपका हाथ पकड़ लेता है.” इस महिला पत्रकार को उत्पीड़न की कहानियां मिलीं जिसके बाद उन्होंने इसका जांच करना निश्चित किया.
मैरेज ने कहा, “मुझे बताया गया था कि वहां पुरुष खीझ सकते हैं. मैं जानती थी कि उस रात कुछ होगा, लेकिन 100 फ़ीसदी आश्वस्त नहीं थी, लेकिन वहां गईं कई और महिलाओं को भी नहीं पता था कि उस आयोजन में ऐसा कुछ होने वाला है.”
उन्होंने कहा, “एक महिला ने मुझसे कहा कि उनसे यह पूछा गया कि क्या वो वेश्या हैं.”
मैरेज के अनुसार इस आयोजन में काम करने वाली 130 महिलाओं से सेक्सी पहनावे के साथ ही काली हिल्स और अंडरवियर समान रंग के पहनने को कहा गया था.
उनसे यह भी कहा गया था कि इस दौरान हमारे शराब पीने की भी छूट थी. इतना ही नहीं इन लोगों को घर वापस जाने के लिए 175 पौंड (करीब 15,907 रुपये) टैक्सी शुल्क के तौर पर दिए गए.
डब्ल्यूपीपी ग्रुप के कार्यकारी निदेशक ने कहा कि कंपनियों के प्रायोजित टेबल पर बैठे लोगों ने मैरेज के इन आरोपों के जैसा होते नहीं देखा.
इस साल आयोजन में शामिल नहीं हुए मार्टिन सोरेल ने कहा कि मैंने पहले कभी ऐसा होते नहीं देखा है.
उन्होंने कहा, “हमने अपनी टेबल पर आए लोगों से पूछा था लेकिन किसी ने भी ऐसा होते नहीं देखा. लेकिन अब हमने एक बयान जारी कर यह साफ़ कर दिया है कि भविष्य में इस चैरिटी की मदद नहीं करेंगे. हालांकि यह बहुत अफ़सोसजनक है क्योंकि यह संस्था बच्चों की कई संस्थाओं की मदद करती है.”
ब्रिटिश सरकार की ओर से आये बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री थेरेसा मे इस आयोजन के दौरान हुई इस घटना से आहत हैं. हालांकि प्रवक्ता ने कहा कि इस आयोजन में उन्हें भी नहीं बुलाया गया था.
महिला और समानता समिति के अध्यक्ष मारिया मिलर ने बीबीसी से कहा कि यह मामला चिंता का कारण है लेकिन साथ ही सवाल किया कि क्या इस मामले से जुड़े क़ानून इतने सख़्त हैं.
लेबर पार्टी की महिला सांसद जेस फ़िलिप्स ने बीबीसी से कहा, “अमीर पुरुषों के एक समूह के मनोरंजन के लिए महिलाओं को काम पर रखा जाना पूरी तरह से अस्वीकार्य है.”
इस बीच स्कॉटलैंड की प्रधानमंत्री निकोला स्टर्जन ने इस अस्वीकार्य व्यवहार को उजागर करने वाली महिला पत्रकार के क़दम को साहसिक बताया है.