जनजीवन ब्यूरो / कासगंज । कासगंज में स्थिति दो संप्रदाय के बीच तनावपूर्ण हालात के कारण अघोषित कर्फ्यू जैसी स्थिती बनी हुई है। आरएएफ, पीएसी और पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है। उपद्रवियों का प्लानिंग के साथ गुरिल्ला रणनीति से हमला। शहर के अलग अलग हिस्सों में की जा रही आगजनी। तिरंगा यात्रा के दौरान हुए बवाल में मृत चंदन गुप्ता के अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान से लौट रहे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। जिसके बाद सांसद राजवीर सिंह को भी धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ा। सुबह उपद्रवियों ने अब तक चार दुकान और दो बसों में आग लगा दी है। अलीगढ़ मंडलायुक्त और आईजी समेत कई जिलों के अधिकारी और फोर्स मौजूद हैं।
दुर्गा कालोनी में संम्प्रदाय विशेष के युवकों ने फायरिंग की। इस बीच उपद्रावियों ने सड़क किनारे खड़ी बसें फूंकी। कासगंज शहर के सभी पेट्रोल पंप बंद करा दिये गये हैं। बसों का परिचालन भी ठप हो गया है। कासगंज जिले की सभी सीमाएं सीलकर पीएसी लगाई गई है। दो दर्जन उपद्रवी पुलिस ने पकड़े लिये है। मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने बवाल को लेकर कहा यह स्थानीय अधिकारियों की चूक। उपद्रवियों पर की जा रही है कार्रवाई।
सांप्रदायिक बवाल के बाद कासगंज जा रही साध्वी प्राची व उनके काफिले को सिकंदराराऊ पुलिस ने कासगंज रोड पर रोका। इस दौरान सिकंदराराऊ कोतवाल से नोंकझोंक हो गई। गाड़ी की चाबी निकालने से समर्थक आक्रोशित हो गए। समर्थकों के साथ साध्वी पंत चौराहा पर धरने पर बैठ गईं। अलीगढ़-एटा व मथुरा-बरेली मार्ग पर जाम लगा दिया गया है ।
गणतंत्र दिवस पर समुदाय विशेष के लोगों ने विद्यार्थी परिषद् की तिरंगा यात्रा पर पथराव किया तो पूरे शहर में बवाल हो गया। जमकर फायरिंग और पथराव हुआ। कई जगह आगजनी की कोशिश की। गोली लगने से एक युवक की मौत हुई है जबकि दो घायल हुए है। पथराव में आधा दर्जन चोटिल है। जिसमें कुछ पुलिस कर्मी भी शामिल है। देर शाम शहर में आरएएफ ने मोर्चा संभाला है।
दूसरे समुदाय के लोगों ने भी मोर्चा संभाल लिया। घर की छतों से पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। कुछ ही देर में उपद्रवियों ने तहसील रोड पर भी फायरिंग कर दी। जिसमें गोली लगने से गली शिवालय रेलवे रोड निवासी चंदन गुप्ता पुत्र सुशील गुप्ता की मौत हो गई। जबकि युवक प्रिंस एवं नौशाद घायल हो गए। नौशाद को अलीगढ़ रेफर किया गया है। उपद्रवियों के पथराव में आधा दर्जन अन्य घायल हुए है। जिसमें कुछ पुलिस कर्मी भी शामिल है। घटना की जानकारी मिलते ही डीएम आरपी सिंह, एसपी सुनील कुमार सिंह पुलिस बल के साथ शहर में पहुंच गए और जगह जगह मोर्चा संभाला।
कुछ ही देर में सांसद राजवीर सिंह, कासगंज विधायक देवेंद्र राजपूत, पटियाली विधायक ममतेश शाक्य, अमांपुर विधायक देवेंद्र प्रताप, मारहरा के विधायक वीरेंद्र, छर्रा के विधायक के अलावा एडीजी अजय आनंद, कमिश्नर सुभाष शर्मा, आईजी डा. संजीव गुप्ता एटा के एसएसपी को भी मौके पर पहुंच गए। दिनभर शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालत रहे। पुलिस उपद्रवियों को दौड़ाती रही। देर शाम तक शहर में बवाल होता रहा। पुलिस ने कई बार लाठी चार्ज किया। दोपहर के बाद समुदाय विशेष के एक धर्मस्थल के निचले भाग में आग लगा दी। कई अन्य स्थानों पर भी आगजनी का प्रयास किया गया है। देर शाम जिला चिकित्सालय पर उच्च अधिकारियों और सांसद, विधायक की मौजूदगी में मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। एडीजी ने बताया कि उपद्रवियों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शहर के लोग शांति व्यवस्था बनाए रखे। यदि पुलिस की कमी पाई जाती है तो वहां भी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस उपद्रवियों को दौड़ाती रही। देर शाम तक शहर में बवाल होता रहा। पुलिस ने कई बार लाठी चार्ज किया। दोपहर के बाद समुदाय विशेष के एक धर्मस्थल के निचले भाग में आग लगा दी। कई अन्य स्थानों पर भी आगजनी का प्रयास किया गया है। देर शाम जिला चिकित्सालय पर उच्च अधिकारियों और सांसद, विधायक की मौजूदगी में मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
एडीजी ने बताया कि उपद्रवियों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शहर के लोग शांति व्यवस्था बनाए रखे। यदि पुलिस की कमी पाई जाती है तो वहां भी कार्रवाई की जाएगी। मृतक के 302 बोर की गोली लगी है। सांसद राजवीर सिंह का कहना है कि घटना की जांच कराई जाएगी।मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाया जाएगा। घटना को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे। सीएम ने घटना की जानकारी ली है।