अमलेंदु भूषण खां/ नई दिल्ली । सीबीआई की गिरफ्त में आए दिल्ली डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार डा ऋषि राज को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने नियमों को ताक पर रखकर नियुक्त किया था। राज की गिरफ्तारी से स्वास्थ्य मंत्री परेशानी बढ़ सकती है।
नियमों के अनुसार डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार निजी तौर पर प्रैक्टीश नहीं कर सकते हैं लकिन सूत्रों का कहना है कि ऋषि राज शालीमारबाग में नियमित रुप से प्रैक्टीश कर रहे हैं। राज को रजिस्ट्रार नियुक्त करने वाले मौलाना आजाद डेंटल कालेज के प्रमुख डा. महेश वर्मा का कहना है कि वह उपराज्यपाल के रिकामेंडेशन पर ऋषि राज का रजिस्ट्रार बनाया था।
रजिस्ट्रार ऋषि सिंह और वकील प्रदीप शर्मा को सीबीआई ने शनिवार की रात गिरफ्तारी की थी। राज के एक लॉकर की तलाशी में सीबीआई को कुछ दस्तावेज मिले हैं जिनमें करोड़ों की प्रॉपर्टी के कागज और चेक बुक शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक ये दस्तावेज सत्येंद्र जैन से जुड़े हुए हैं।
सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा, ‘सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।’
सीबीआई के अनुसार आईडीबीआई बैंक की स्लिप बता रही है कि 2011 में जैन की कंपनी के खातों में 2 करोड़ रुपये की रकम जमा कराई गई।
उन्होंने कहा, ‘तीन प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। इनमें से दो बिक्री के दस्तावेज हैं, जो दिल्ली के कराला गांव में 12 बीघा 2 बिस्वा एवं 8 बीघा 18 बिस्वा की जमीन का है। वहीं एक पावर ऑफ अटॉर्नी का पेपर है जो इसी गांव की 14 बीघा जमीन का है।’
सीबीआई ने कहा कि इस छापे में एजेंसी को आधा किलो सोना और 24 लाख रुपये नकद मिले हैं। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि यह जैन का है या नहीं। सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी जल्द ही जैन को इस मामले में पूछताछ के लिए बुला सकती है।
सीबीआई को यह सभी दस्तावेज ऋषि राज के घर पर पड़े छापों में मिले हैं, जिन्हें रिश्वतखोरी के एक अलग मामले में सीबीआई ने शनिवार को गिरफ्तार किया था।
गौरतलब है कि ऋषि और प्रदीप की गिरफ्तारी एक व्यक्ति से 4.73 लाख की रिश्वत लेने के आरोप में हुई है। आरोप है कि इन दोनों ने इस व्यक्ति से वादा किया था कि वह दिल्ली डेंटल काउंसिल में ब्लैकलिस्ट से जुड़े उनके मामले को सुलझा देंगे। उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में पहले ही सत्येंद्र जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सूत्रों के मुताबिक, अब मिले दस्तावेजों को लेकर भी सत्येंद्र जैन से पूछताछ की जाएगी।
उधर, आम आदमी पार्टी ने सफाई देते हुए कहा है कि सत्येंद्र जैन को फंसाया जा रहा है। AAP के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर कहा, ‘CBI जिन कागजों का जिक्र कर रही है, वे सारे दस्तावेज सत्येंद्र जैन खुद सीबीआई को दो बार दे चुके हैं और पिछले कई वर्षों की इनकम टैक्स रिटर्न में घोषित हैं। इसमें नया क्या है?’ उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी सरकार केवल सत्येंद्र जैन की छवि को खराब करने की कोशिश कर रही है।