जनजीवन ब्यूरो / पटना : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत बिहार की 10 दिवसीय यात्रा पर सोमवार को यहां पहुंच गये हैं. बताया जाता है कि भागवत 15 फरवरी तक बिहार की यात्रा पर रहेंगे. 6 फरवरी को भागवत मुजफ्फरपुर जायेंगे. इस दौरान वे बिहार-झारखंड के किसान कार्यकर्ताओं के साथ खेती, ग्राम विकास, जैविक खेती वो गौ संवर्धन पर चर्चा करेंगे. उनके दौरे को लेकर राज्य का राजनैतिक पारा भी चढ़ गया है.
क्षेत्रीय संघ संचालक डॉ. मोहन सिंह ने कहा कि 11 फरवरी को पटना आने के बाद संवर्धन कार्यक्रम में भाग लेंगे. 12 फरवरी को भी कई स्तर की मीटिंग होनी है, जिसमें वो भाग लेंगे. 15 फरवरी को भागवत पटना से रवाना होंगे. गौर हो कि इससे पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत 23 जनवरी को भी दो दिवसीय पर दरभंगा पहुंचे थे और 24 जनवरी को स्वामी विवेकांनद कैंसर अस्पताल का उद्घाटन किया था.
संघ प्रमुख मोहन भागवत के दौरे को लेकर राजद-कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल राजनैतिक बयानबाजी कर रहे हैं. इसके खिलाफ में भाजपा के प्रमुख नेताओं ने भी विपक्ष पर तंज कसा है. संघ प्रमुख का वैसे तो घोषित रूप से भाजपा नेताओं से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है, लेकिन सभी प्रमुख नेता उनसे मुजफ्फरपुर जाकर मिल सकते हैं. अगले वित्तीय वर्ष के आम बजट में किसानों को प्राथमिकता की सूची में रखा गया है. बजट के बाद संघ प्रमुख का किसानों से मिलने के कार्यक्रम का लोग राजनैतिक निहतार्थ खोज रहे हैं.
हालांकि, संघ प्रमुख अपने नियमित प्रवास के कार्यक्रम पर है. खासकर विपक्षी दलों में उनके दौरे को लेकर काफी राजनैतिक तापमान चढ़ा हुआ है.अंदरूनी तौर पर भाजपा में भी संघ प्रमुख के दौरे को लेकर ऊपर से जो सबकुछ सामान्य दिख रहा है, लेकिन अंदर ही अंदर राजनीति उफान मार रही है. चर्चा है कि संघ प्रमुख किसान और संघ कार्यकर्ताओं से मुलाकात में उनसे स्थानीय राजनीति पर भी चर्चा करेंगे.
बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 10 दिवसीय बिहार दौरा पर आयें हैं. उन्होंने संघ प्रमुख से अनुरोध किया है कि वे बिहार भाजपा के अपने नेताओं को प्रशिक्षित करें. ताकि वे व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करना छोड़कर जनता के हितों की राजनीति करें. उन्होंने कहा कि जनता बड़ी आशा व उम्मीद से हम नेताओं को अपना जनप्रतिनिधि का चुनाव करती है. उनके हितों को नजरंदाज नहीं करना चाहिए,परंतु भाजपा के नेता जनता की बातों से ज्यादा राजनीतिक प्रतिद्वंदियों की व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप में रूचि दिखाते हैं. यह राजनीति व लोकतंत्र के लिए कदापि स्वास्थय कर नहीं है.
वहीं, बिहार के दस दिनों के दौरे पर आए संघ प्रमुख मोहन भागवत पर प्रदेश कांग्रेस ने निशाना साधा है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि बिहार में आरएसएस को मजबूत करने में सरकार लगी है. इसलिए मोहन भागवत का बार-बार दौरा हो रहा है. मोहन भागवत बिहार का माहौल खराब के लिए आये हैं. उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस जानना चाहेगी कि आरएसएस आजतक किसी दलित या पिछड़े वर्ग के हिंदू को संघ प्रमुख क्यों नहीं बनाया.
दरअसल, आरएसएस संगठन में दलितों, पिछड़ों व महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं है. कांग्रेस पार्टी की नजर में मोहन भागवत का दस दिनों का बिहार दौरा आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियों व बिहार में भी सांप्रदायिक तनाव की स्थिति का ताना बाना कैसे तैयार किया जाए के उद्देश्य को लेकर सुनियोजित तरीके से आयोजित किया गया है.अन्यथा दस दिनों तक एक ही राज्य में संघ प्रमुख प्रवास करें यह असमान्य प्रतीत होता है. उन्होंने कहा अगर मोहन भागवत के दौरे से राज्य में अमन चैन व सद्भाव का वातावरण विगड़ा व समाज में सांप्रदायिक तनाव फैला तो इसके लिए नीतीश सरकार जिम्मेवार होगी.