जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली । ललित मोदी से जुड़े विवाद में प्रत्येक दिन नए खुलासे हो रहे हैं और कांग्रेस पार्टी को नरेंद्र मोदी सरकार पर हमले करने का अवसर मिल रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने इस मामले में मोदी सरकार पर सात सवाल दागते हुए कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट द्बारा ललित मोदी का पासपोर्ट बहाल करने के फैसले के खिलाफ अपील नहीं करने का निर्णय किसने लिया? मोदी सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी क्षमता का इस्तेमाल करना चाहिए कि ललित मोदी भारत लौटें और प्रवर्तन निदेशालय की जांच का सामना करें।
संप्रग सरकार में वित्त मंत्री रहे चिदंबरम ने कहा कि मोदी की जांच भारतीय कानूनों के तहत की गई। मोदी को देश से बाहर जाने व यात्रा करने का अधिकार नहीं है। सरकार उन दस्तावेजों को सामने क्यों नहीं लहा रही है जिनमे भारत सरकार और ब्रिटेन के चांसलर के बीच पत्राचार हुआ था। उन्होंने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि किसने ललित मोदी को नया पासपोर्ट जारी किया। ये सच सामने आना चाहिए। चिदंबरम ने कहा कि हमारे ऊपर आरोप लग रहे हैं कि संप्रग सरकार ललित मोदी के पीछे पड़ी थी। फिर अरुण जेटली क्यों कह रहे हैं कि हमने 15 कारण बताओ नोटिस जारी किए। क्या वे ललित मोदी को परेशान नहीं कर रहे हैं।
पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार से सवाल पूछा कि ललित मोदी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील नहीं करने का फैसला किसका था? क्या ललित मोदी के वीजा पर भारत ने विरोध जताया? क्या सरकार ललित मोदी की सुरक्षा नहीं कर सकती?भारतीय उच्चायोग से संपर्क करने को क्यों नहीं कहा गया? और ललित मोदी को नया पासपोर्ट किसके कहने पर दिया गया?
चिदंबरम ने कहा कि ललित मोदी का यह कहना कि वह राजनीति के शिकार बनाए जा रहे हैं, पूरी तरह हास्यास्पद है। ललित मोदी को 16-16 मामलों में नोटिस जारी किया जा चुका है। क्या राजग सरकार उन्हें ढूंढ़ पा रही है? चिदंबरम ने कहा कि मोदी के खिलाफ संप्रग ने नहीं, ईडी ने केस दर्ज किया था। ईडी ने ही कहा कि ललित मोदी भारत से भागे हैं। मोदी को इंग्लैंड जाने का अधिकार नहीं था। इंग्लैंड को उन्हें वापस भेजना चाहिए था। कांग्रेस की ओर से भाजपा पर यह हमला उस समय और तेज हो गया जब ललित मोदी की ओर से यह विस्फोटक दावा किया गया कि वसुंधरा राजे ने ब्रिटेन में उनकी आव्रजन याचिका पर लिखित में उनका समर्थन किया था और उनका विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ पारिवारिक संबंध है। सुषमा के पति स्वराज कौशल और उनकी बेटी बांसुरी स्वराज ने उन्हें नि:शुल्क कानूनी सेवा प्रदान की थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने इससे पहले अपने ट्विट में भी कहा, ‘संप्रग के खिलाफ ललित मोदी के आरोपों का पूरा जवाब ब्रिटेन के चांसलर को लिखे पत्र से मिल सकता है। इन्हें जारी करें।’ ललित मोदी ने कांग्रेस और चिदंबरम पर राजनीतिक बदले के भावना के तहत निशाना साधने का आरोप लगाया था जो आईपीएल घोटाले के बाद कांग्रेस नेता शशि थरुर के मंत्री पद गंवाने से संबंधित है।
उल्लेखनीय है कि दो वर्ष पहले भी तत्कालीन वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने ब्रिटिश सरकार से पूछा था कि वह पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है जो धनशोधन समेत व्यापक वित्तीय अनियमितता के मामले में आरोपी है और लंदन में शरण लिए हुए है।
सुषमा स्वराज द्बारा ललित मोदी की मदद किए जाने पर चिदंबरम ने कहा कि मानवीय आधार पर सुषमा मोदी की मदद करना चाहती थीं तो मोदी को भारतीय उच्चायोग जाने के लिए उन्हें कहना चाहिए था। कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत सरकार को सुनिश्चित कना चाहिए कि मोदी भारत वापस आए और ईडी की जांच का सामना करें।
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