जनजीवन ब्यूरो / मस्कट । ओमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार भ्रष्टाचार के लिए जानी जाती है। ओमान की राजधानी मस्कट के सुल्तान कबूस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इंश्योरेंस स्कीम का जिक्र करते हुए कहा कि 90 पैसे और एक रुपये में गरीबों का बीमा कराया गया है। मोदी ने कहा कि मैं चायवाला हूं, जानता हूं कि 90 पैसे में तो चाय भी नहीं आती। पीएम ने इस बार बजट में पेश हेल्थ बीमा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि मीडिया ने इसे मोदी केयर का नाम दिया है। पीएम ने कहा कि 4 साल होने को आए और कोई नहीं पूछता कि मोदी कितना ले गया।
पीएम ने पुरानी बात फिर दोहराई कि लोग अब यह नहीं पूछते कि कितना गया, यह पूछते हैं कि कितना आया।
मोदी ने ओमान और भारत के बीच हजारों साल पुराने रिश्ते को रेखांकित कर खाड़ी देशों के साथ अच्छे संबंधों को और मजबूत करने की वकालत की। पीएम ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि ओमान की धरती पर एक मिनी इंडिया देख रहा हूं। देश के अलग-अलग कोने से आए हुए भारतीय, अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले भारतीय एक भव्य तस्वीर का निर्माण कर रहे हैं।
पीएम ने कहा कि ‘भारत और ओमान के बीच संबंध सैकड़ों हजारों वर्ष पुराने हैं। 5000 साल पहले भी गुजरात के लोथल बंदरगाह से लकड़ी के जहाज ओमान तक आते थे। लौटते समय यह जहाज लोथल से भी आगे दक्षिण की तरफ भारत के समुद्री तटों से होते हुए श्रीलंका तक जाते थे। हजारों साल में व्यवस्था बदल गई। भारत में गुलामी का कालखंड आया। लेकिन हमारे सदियों पुराने व्यापारी और आत्मीय संबंध वैसे ही बने रहे। भारत की आजादी के बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक और आर्थिक और सामाजिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए संस्थाएं विकसित हुईं। मध्य प्रदेश में बीना रिफाइनरी ओमान के सहयोग से चल रही है। भारतीय कंपनियों के डेढ़ हजार से ज्यादा जॉइंट वैंचर्स ओमान में काम कर रहे हैं। ओमान की प्रगति और विकास में भारत और भारत के होनहार राष्ट्रदूत में सबकी भागीदारी रही है। सरकार के तरफ से तो एक राजदूत होता है लेकिन देश की तरफ से लाखों राष्ट्रदूत ओमान में बैठे हुए हैं।’
पीएम ने कहा, ‘3 साल से हम एक नीति बनाकर खाड़ी के देशों के साथ भारत के पुराने और दोस्ती के रिश्ते को आज के समय के मुताबिक एक नया जामा पहना रहे हैं। अनेक आयामों के साथ जोड़ रहे हैं। भारत की बढ़ती प्रगति और साख के साथ-साथ खाड़ी देशों की भारत में रुचि दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। एनर्जी हो, व्यापार हो, प्रवासियों की उपस्थिति हो, इन्वेस्टमेंट हो, हर क्षेत्र में खाड़ी देशों और भारत के संबंध और भी महत्वपूर्ण होते जा रहे हैं।’