जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । कांग्रेस पार्टी का महाअधिवेशन 16-18 मार्च को दिल्ली में होगा। बैठक में बैंक घोटाले को लेकर पार्टी ने एक प्रस्ताव पारित कर मोदी सरकार से जवाब मांगा है।
बैठक में पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, समेत सभी 34 सदस्यों ने हिस्सा लिया। बैठक में ज्यादातर सदस्यों की राय थी कि दिल्ली में अधिवेशन कराना हर लिहाज से बेहतर है। बैठक में राहुल ने सभी वरिष्ठ नेताओं को स्पष्ट किया है कि नई कार्यसमिति में दलित, पिछड़ों और महिलाओं समेत सभी वर्गों की भागीदारी होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने बैंकिंग घोटाले पर कहा कि प्रधानमंत्री को इस संबंध में देश को जवाब देना चाहिए। ऐसे कोई भी देश की जनता का पैसा लेकर भाग नहीं सकता है। हम सरकार से पूछेंगे कि आखिर कैसे उनकी नाक के नीचे इतना बड़ा घोटाला हो गया। इसे लेकर कांग्रेस ने एक प्रस्ताव भी पारित कर सरकार से जवाब मांगा है।
बैठक में मौजूद नेताओं ने राहुल को बताया कि नीरव मोदी की कंपनियों के सभी एलओयू 2017 में जारी हुए हैं। बैठक में तय हुआ कि इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों को भी संसद के अंदर एकता दिखानी होगी। इसके लिए पार्टी सभी विपक्षी दलों के नेताओं से बात करेगी। राहुल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों को लगातार उठाना चाहिए। मौजूदा सरकार में सबसे अधिक उपेक्षा युवाओं और किसानों की है।